Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में मौजूद संकट मोचन बड़े हनुमान जी महाराज की बात करें तो गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती ने जुलाई माह के दौरान तीसरी बार स्नान करवाया गया। बुधवार सुबह संगम का जल स्तर बढ़ने के बाद से ही बड़े हनुमान जी का विग्रह एक बार फिर पवित्र जल के साथ करवाया गया है। इस अवसर के दौरान महंत बलबीर गिरी महाराज ने शिष्यों संग पूजन-अर्चन कर मां गंगा और यमुना का धन्यवाद ज्ञापित करने में सफलता हासिल की। पूजा के बाद मंदिर के कपाट विधिवत बंद किया जा चुका है। भारी संख्या में श्रद्धालु भी दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच गए थे।
समृद्धि के द्वार खुलने की पूरी उम्मीद…
जानकारी के मुताबिक, श्रद्धा से जुड़ी आस्था को लेकर देखा जाए तो, देश के लिए जगद्गुरु स्वामी अनंताचार्य अमृत दास (दमोह) ने इसे आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ संकेत बताया और कहा कि इससे प्रदेश और देश की उन्नति और समृद्धि के द्वार खुलने की पूरी उम्मीद है। श्रृंगवेरपुर धाम के जगद्गुरु नारायणाचार्य शांडिल्य महाराज ने भी इसे समृद्धि का प्रतीक माना जा चुका है।
खतरे के करीब पहुंच चुका है गंगा-यमुना…
एमपी, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लगातार होने वाली बारिश के चलते प्रयागराज में बाढ़ का खतरा बढ़ना शुरू हो गया है। गंगा-यमुना का पानी तेजी से कछारी क्षेत्रों में प्रवेश करना शुरू हुआ था, जिससे मोहल्लों और गांवों में पूरी तरह से अलर्ट की स्थिति शामिल हो रही है। प्रसिद्ध गंगा पथ पूरी तरह पानी में डूबने लग गया है। प्रशासन ने 80 बाढ़ चौकियां स्थापित कर गश्त लगाना शुरू किया। एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीमें के द्वारा भी संभावित आपदा से निपटने के लिए तैनात की गई है। प्रशासन ने निचले इलाकों की बात करें तो रहने वालों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने को लेकर अपील ।
जलस्तर अपडेट 24 घंटों के दौरान जलस्तर में आधा मीटर की बढ़ोतरी हुई
गंगा (छतनाग): 81.00 मीटर
यमुना (नैनी): 81.75 मीटर
गंगा (फाफामऊ): 81.60 मीटर