Video: ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर चेतावनी के बाद सियासी हलचल, लखनऊ की जनता ने क्या कहा?

विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर चेतावनी दिए जाने के बाद राजनीति गरमा गई है। इस बयान पर सियासी बहस तेज है। डाइनामाइट न्यूज़ ने लखनऊ की जनता से बात की, जानिए आम लोग इस पूरे घटनाक्रम को कैसे देख रहे हैं।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 30 December 2025, 5:22 PM IST

Lucknow: विधानसभा सत्र के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर चेतावनी दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस बयान को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या यह मामला पार्टी अनुशासन से जुड़ा है या इसके पीछे कोई गहरी सियासी रणनीति है।

इस पूरे घटनाक्रम पर डाइनामाइट न्यूज़ ने लखनऊ की जनता की राय जानने की कोशिश की। राजधानी की सड़कों पर मिले लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रहीं। कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी के भीतर बैठकों पर रोक या चेतावनी देना आंतरिक मामला है और इसे बेवजह तूल नहीं दिया जाना चाहिए।

वहीं, कई नागरिकों ने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ बताया। उनका कहना है कि विधायक जनता के प्रतिनिधि होते हैं और उन्हें आपसी संवाद या बैठक करने से रोकना ठीक नहीं है। कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि जब अलग-अलग वर्गों और संगठनों की बैठकें होती हैं, तो सिर्फ ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर चेतावनी क्यों दी गई।

राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि यह मुद्दा आने वाले दिनों में और बड़ा हो सकता है। विपक्ष इसे सामाजिक संतुलन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जोड़कर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकता है। वहीं भाजपा की ओर से इसे अनुशासन और संगठनात्मक व्यवस्था से जुड़ा विषय बताया जा रहा है।

लखनऊ की जनता की राय से साफ है कि लोग इस मामले को सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी के रूप में नहीं देख रहे, बल्कि इसके दूरगामी असर को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि यह विवाद विधानसभा सत्र और प्रदेश की राजनीति को किस दिशा में ले जाता है।

Location : 
  • Lucknow

Published : 
  • 30 December 2025, 5:22 PM IST