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Bakrid 2025: ताजमहल में दिखी अमन-चैन की तस्वीर, मस्जिदों में अदा की गई नमाज, पर्यटकों को मिला मुफ्त प्रवेश

ताजमहल के अलावा आगरा की शाही ईदगाह, जामा मस्जिद और अन्य प्रमुख मस्जिदों में भी बकरीद की नमाज अदा की गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: सौम्या सिंह
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Bakrid 2025: ताजमहल में दिखी अमन-चैन की तस्वीर, मस्जिदों में अदा की गई नमाज, पर्यटकों को मिला मुफ्त प्रवेश

आगरा: शनिवार सुबह बकरीद के मौके पर आगरा की ऐतिहासिक शाही मस्जिद में मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज अदा की। नमाज के दौरान देश में अमन, चैन और खुशहाली के लिए दुआ मांगी गई। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और त्योहार की खुशियां साझा की। खास बात यह रही कि इस मौके पर ताजमहल में दो घंटे तक निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई थी। जिससे नमाजियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी मुफ्त में ताज का दीदार करने का मौका मिला।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, बकरीद पर ताजमहल में फ्री एंट्री की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में पर्यटक स्मारक का दीदार करने पहुंचे। सुबह से ही प्रवेश द्वारों पर लंबी कतारें देखने को मिली। इस धार्मिक अवसर को देखने के लिए देशी-विदेशी पर्यटकों में खासा उत्साह रहा। ताजमहल परिसर में धार्मिक श्रद्धा और पर्यटन का सुंदर संगम देखने को मिला।

शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों में अदा हुई नमाज

ताजमहल के अलावा आगरा की शाही ईदगाह, जामा मस्जिद और अन्य प्रमुख मस्जिदों में भी बकरीद की नमाज अदा की गई। सुबह होते ही हजारों लोग नमाज के लिए मस्जिदों की ओर रवाना हुए। हर जगह एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए लोग इबादत में लीन नजर आए। आगरा के साथ-साथ फतेहपुरसीकरी, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, मथुरा, मैनपुरी, एटा और कासगंज जैसे जिलों में भी ईद-उल-अजहा का पर्व पूरी श्रद्धा और सौहार्द के साथ मनाया गया। मथुरा की शाही ईदगाह में भी बड़ी संख्या में नमाजियों ने नमाज अदा की और लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर त्योहार की मुबारकबाद दी।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन और CCTV से निगरानी

इस महत्वपूर्ण मौके पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। सभी प्रमुख मस्जिदों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ ड्रोन कैमरों और CCTV के माध्यम से निगरानी की जा रही थी, जिससे कहीं कोई अव्यवस्था न हो। बकरीद का यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और मानवीय एकता का भी संदेश लेकर आया। आगरा में आज का दिन अमन, भाईचारे और इंसानियत की मिसाल बन गया।

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