Maharajganj: महराजगंज के निचलौल क्षेत्र के परागपुर स्थित कमला प्रसाद मिश्र इंटरमीडिएट कॉलेज में 25 अगस्त को शिक्षकों और छात्रों से जुड़े विवाद का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में है। हालांकि, कॉलेज प्रबंधन ने इस पूरे घटनाक्रम को सोची-समझी साजिश करार देते हुए अपना पक्ष मजबूती से रखा है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता से बातचीत के दौरान कॉलेज के संचालक गजेंद्र यादव ने कहा कि, “हमारे विद्यालय पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह झूठे और निराधार हैं। वेतन रोकने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। हमारे विद्यालय का वेतन रजिस्टर पूरी तरह से अपडेट है। वायरल वीडियो योजनाबद्ध तरीके से हमारी छवि धूमिल करने के लिए फैलाया गया है। यदि हमारी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की कोशिश हुई तो हम न्यायालय का सहारा लेने से पीछे नहीं हटेंगे।”
प्रबंधन का कहना है कि जिस दिन की घटना का जिक्र किया जा रहा है, उस दिन कुछ शिक्षकों ने कक्षाएं नहीं लीं। छात्रों ने जब इसका कारण पूछा तो विवाद बढ़ गया और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया। गजेंद्र यादव का आरोप है कि विद्यालय की ख्याति को धूमिल करने और व्यक्तिगत रूप से उन्हें बदनाम करने की नीयत से यह षड्यंत्र रचा गया है।
विद्यालय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि छात्रों को गुमराह कर मामले को तूल दिया जा रहा है। प्रबंधन का मानना है कि विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों को प्रभावित करने और वातावरण बिगाड़ने की मंशा से यह सब किया गया है।
वहीं, पुलिस ने पीड़ित शिक्षकों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। लेकिन प्रबंधन का दावा है कि जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी और यह स्पष्ट हो जाएगा कि पूरा मामला योजनाबद्ध तरीके से खड़ा किया गया है।