Site icon Hindi Dynamite News

Fatehpur News: फतेहपुर में किसान की दर्दनाक मौत, जानिए क्या है वजह

फ़तेहपुर जिले के कोतवाली बिंदकी क्षेत्र के कमरपुर गांव में सोमवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में क्या थी हादसे की वजह
Post Published By: Sapna Srivastava
Published:
Fatehpur News: फतेहपुर में किसान की दर्दनाक मौत, जानिए क्या है वजह

फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर जिले के कोतवाली बिंदकी क्षेत्र के कमरपुर गांव में सोमवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। सुबह करीब 8 बजे दिलीप कुमार उत्तम (उम्र 26 वर्ष) पुत्र सुरेश चंद्र उत्तम अपने घर के बरामदे में लगी चारा काटने की मशीन को चालू करने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान बिजली के बोर्ड में प्लग लगाते समय वह करंट की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, परिजनों ने उसे तुरंत उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने का प्रयास किया, लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों ने दिलीप को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और पूरा गांव शोक की लहर में डूब गया। मृतक अविवाहित था और परिवार की बड़ी जिम्मेदारी उसी पर थी।

दिलीप के बड़े भाई दीपेंद्र कुमार उत्तम गुजरात में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं और परिवार से अलग रहते हैं। वहीं मृतक की छोटी बहन की शादी अभी 8 दिन पहले ही हुई थी। भाई की मौत की खबर मिलते ही वह ससुराल से रोती हुई मायके पहुंची। यह हृदय विदारक दृश्य देख ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं।

पुलिस मौके पर पहुंची

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस घटना की जांच कर रही है कि करंट कैसे फैला और चारा मशीन या बिजली के उपकरणों में कोई तकनीकी खराबी तो नहीं थी।

मृतक के पिता सुरेश चंद्र उत्तम और मां श्रीमती देवी अपने बेटे की असमय मौत से पूरी तरह टूट चुके हैं। पड़ोसियों और रिश्तेदारों के मुताबिक दिलीप काफी मेहनती और सरल स्वभाव का युवक था, जो हमेशा खेती-किसानी के काम में सक्रिय रहता था। उसकी अचानक मौत से पूरा गांव स्तब्ध है।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। ग्राम प्रधान समेत कई समाजसेवी परिवार के घर पहुंचे और उन्हें सांत्वना दी तथा हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

Exit mobile version