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Noida: GST विभाग के अपर आयुक्त पर आपत्तिजनक आरोप, महिला अधिकारियों ने कहा- रातभर…, PM और CM तक पहुंचा मामला

नोएडा जीएसटी विभाग में तैनात IAS अधिकारी संदीप भागिया पर महिला अधिकारियों ने गंभीर शोषण और उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। संदीप भागिया ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। महिला अधिकारियों ने कहा है कि यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम में महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा से जुड़ा है।
Post Published By: Mayank Tawer
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Noida: GST विभाग के अपर आयुक्त पर आपत्तिजनक आरोप, महिला अधिकारियों ने कहा- रातभर…, PM और CM तक पहुंचा मामला

Noida News: नोएडा जीएसटी विभाग में तैनात अपर आयुक्त और IAS अधिकारी संदीप भागिया पर गंभीर आरोप लगे हैं। जीएसटी विभाग में ही कार्यरत महिला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। जिसमें महिला अधिकारियों ने अपर आयुक्त और IAS अधिकारी संदीप भागिया के खिलाफ शोषण, उत्पीड़न के साथ अमानवीय व्यवहार की शिकायत की है।

निष्पक्ष जांच कराने की मांग

पीड़ित महिला अधिकारियों का कहना है कि संदीप भागिया के कार्यकाल में विभागीय माहौल बेहद डरावना और मानसिक रूप से प्रताड़ना देने वाला हो गया है। उन्होंने एक स्वतंत्र जांच एजेंसी या राज्य महिला आयोग से गोपनीय और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

क्या है आरोप?

मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में महिला अधिकारियों ने आरोप लगाए हैं कि चार महीने से संदीप भागिया द्वारा लगातार शोषण और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। महिला अधिकारियों से गुलामों जैसा व्यवहार, अपमानजनक भाषा और धमकी जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है। संदीप भागिया कहते हैं: “मैं तुम्हें बर्बाद कर दूंगा”, “नौकरी से निकलवा दूंगा”, “कटोरा पकड़वा दूंगा।”

अधिकारियों को रात-रात भर फोन करता था आरोपी

उन्होंने महिला अधिकारियों को रात-रात भर फोन करना, वीडियो कॉल करना और छिपकर घूरने के साथ वीडियो बनाने जैसे आरोप लगाए हैं। किसी अधिकारी द्वारा विरोध करने पर सस्पेंशन, झूठे केस और बदले की कार्रवाई की धमकियां दी जाती हैं। महिलाओं ने कहा कि ये घटनाएं न केवल सरकारी मर्यादा और महिला सम्मान के खिलाफ हैं, बल्कि इससे महिला सशक्तिकरण के अभियान की भी अवहेलना होती है।

‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ बनाम अफसरशाही का बर्ताव

पत्र में पीड़ित अधिकारियों ने यह भी लिखा, “जहां प्रधानमंत्री ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, वहीं भागिया जैसे अफसर हमारे आत्मसम्मान को कुचल रहे हैं। हम डर और तनाव में हैं। ये मामला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की जवाबदेही से जुड़ा है।”

क्या कहा संदीप भागिया ने?

IAS अधिकारी संदीप भागिया ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “हम जीएसटी चोरी रोकने और राजस्व बढ़ाने के लिए सख्ती से काम कर रहे हैं। कुछ लोग प्रशासनिक अनुशासन को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं। ये आरोप बेबुनियाद और उद्देश्य से प्रेरित हैं।”

महिला अधिकारियों की मांग

अधिकारियों ने स्वतंत्र जांच एजेंसी या राज्य महिला आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि संदीप भागिया के कथित घिनौने कृत्यों की सच्चाई सामने लाई जा सके। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो इससे महिला कर्मचारियों का मनोबल टूटेगा और भविष्य में महिलाएं ऐसे पदों पर काम करने से हिचकेंगी।

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