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Noida News: खाते में आए खरबों रुपये, बैंक-पुलिस सकते में, युवक से पूछताछ

नोएडा में एक युवक के खाते में अचानक 1.13 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर हो गए। यूपीआई पेमेंट फेल होने पर वह बैंक पहुंचा, जहां यह खुलासा हुआ। बैंक ने खाता फ्रीज कर पुलिस को सूचना दी, युवक से पूछताछ जारी।
Post Published By: Tanya Chand
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Noida News: खाते में आए खरबों रुपये, बैंक-पुलिस सकते में, युवक से पूछताछ

Noida: नोएडा के अल्फा कमर्शियल बेल्ट स्थित कोटक महिंद्रा बैंक की एक शाखा में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक के खाते में 1 अरब 13 लाख 56 हजार करोड़ रुपये की एंट्री देखी गई। इस अकल्पनीय ट्रांजेक्शन की जानकारी उस समय सामने आई जब युवक यूपीआई से पेमेंट करने की कोशिश कर रहा था और बार-बार असफल हो रहा था।

यूपीआई फेल, तो पहुंचा बैंक.. खुल गई करोड़ों की कहानी
घटना की शुरुआत शनिवार को हुई, जब 18 वर्षीय दिलीप सिंह उर्फ दीपू, जो ऊंची दनकौर में अपने भाई के साथ रहता है, बाजार से सामान लेने गया। यूपीआई पेमेंट बार-बार फेल होने के कारण उसे कोई समाधान नहीं मिला। सोमवार को वह बैंक पहुंचा ताकि समस्या का हल निकल सके।

बैंककर्मियों ने जब उसका खाता चेक किया तो सभी के होश उड़ गए। खाते में एक अरब 13 लाख 56 हजार करोड़ रुपये दर्शाए जा रहे थे। इतनी बड़ी राशि देखकर बैंक ने तुरंत खाता फ्रीज कर दिया और युवक से पूछताछ शुरू कर दी।

बैंक से डरकर भागा युवक, पुलिस ने पकड़ा
बैंक द्वारा पूछताछ शुरू करने पर युवक घबरा गया और वहां से भाग निकला। लेकिन कुछ ही देर में यह खबर आग की तरह फैल गई। पुलिस को सूचना दी गई और युवक को पकड़कर कोतवाली लाया गया।

प्राथमिक पूछताछ के बाद युवक को फिलहाल छोड़ दिया गया है। पुलिस का कहना है कि वह बैंक और साइबर सेल के साथ मिलकर पूरे मामले की जांच कर रही है। युवक के परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है उसके पिता पहले ही गुजर चुके हैं और मां की दो महीने पहले मृत्यु हुई है। युवक इंटर पास है और वर्तमान में बेरोजगार है।

बैंक ने साधी चुप्पी, ट्रांजेक्शन का स्रोत अज्ञात
बैंक अधिकारियों ने फिलहाल इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि इतनी बड़ी रकम किसने और कैसे ट्रांसफर की। साइबर एक्सपर्ट्स इसे संभावित तकनीकी गड़बड़ी या किसी सॉफ्टवेयर एरर का नतीजा मान रहे हैं, लेकिन इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

साइबर एक्सपर्ट्स और फॉरेंसिक टीम करेगी जांच
मामला अब साइबर क्राइम और बैंकिंग रेगुलेटरी अधिकारियों के पास पहुंच चुका है। फॉरेंसिक आईटी टीम पूरे ट्रांजेक्शन की जांच करेगी ताकि यह साफ हो सके कि यह गलती से हुआ लेन-देन था या इसके पीछे कोई साजिश है।

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