Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में 26 वर्षीय निक्की भाटी को दहेज की मांग को लेकर कथित रूप से जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने चौथी और अंतिम गिरफ्तारी भी कर ली है। सोमवार को कासना थाना पुलिस ने निक्की के ससुर सत्यवीर भाटी (55) को गिरफ्तार कर लिया, जो घटना के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे गुप्त सूचना के आधार पर सिरसा टोल क्रॉसिंग के पास से पकड़ा। जिसके बाद उसने बयान दिया कि वारदात के समय वह घर पर नहीं था।
देवर रोहित भाटी की भी हुई गिरफ्तारी
इससे पहले पुलिस ने आज सुबह निक्की भाटी के देवर रोहित भाटी (28) को भी गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, दोनों गिरफ्तारियां अलग-अलग समय पर हुईं और दोनों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया। रविवार को पहले ही निक्की के पति विपिन भाटी और उसकी मां को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस तरह अब तक इस मामले में चारों नामजद आरोपी हिरासत में हैं।
मुठभेड़ में घायल हुआ पति
निक्की के पति विपिन भाटी को पुलिस ने रविवार को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ के दौरान वह घायल हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया और बाद में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कड़ी धाराओं में दर्ज हुआ केस
पुलिस ने शुक्रवार को कासना थाने में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 103(1) (हत्या), 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुँचाना) और 61(2) (आजीवन कारावास या अन्य गंभीर अपराधों का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की थी।
दहेज की लंबी मांग
निक्की के परिवार का आरोप है कि 2016 में शादी के बाद से ही ससुराल वाले निक्की को दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। परिवार का दावा है कि 36 लाख रुपये नकद के अलावा उन्होंने स्कॉर्पियो कार और बुलेट बाइक भी दी थी, फिर भी ससुराल वालों की मांगें खत्म नहीं हुईं।
बहन की शिकायत पर दर्ज हुई FIR
निक्की की बड़ी बहन कंचन ने इस मामले में कासना थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पति विपिन भाटी, उसकी मां, पिता और भाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
परिवार ने की सख्त कार्रवाई की मांग
निक्की के माता-पिता और परिजनों ने इस जघन्य घटना पर गहरा आक्रोश जताते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। परिवार का कहना है कि निक्की की जान लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।