Muzaffarnagar: दिल्ली के लाल किले के पास धमाके के बाद खुफिया विभाग की टीम जांच में जुट गई है। टीम अलग-अलग राज्यों में छापेमारी कर रही है। टीम मुजफ्फरनगर के एक मदरसे में पहुंची और मौलाना व अन्य शिक्षकों से पूछताछ जारी की।
मामला मुजफ्फरनगर के बुढाना कोतवाली क्षेत्र का है। इस्लामिया अरबिया दारुल उलूम मदरसे में पहुंची टीम। टीम ने वहां मौजूद शिक्षकों से दोनों छात्रों की पढ़ाई की अवधि और गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटाई। जानकारी के अनुसार LIU,IB और इंटेलिजेंस की टीमें पूछताछ कर रही हें। टीम आजाद व सोहेल के रिकार्डो को खंगाल रही है।
जानकारी के अनुसार, आजाद व सोहेल ने इसी मदरसे में तालीम ली थी। एटीएस टीम ने मदरसे के रिकॉर्ड, दाखिला रजिस्टर और छात्रों के दस्तावेजों की गहन जांच की। इसके अलावा, मदरसे के संचालकों और मौलानाओं से पूछताछ भी की गई। टीम ने वहां मौजूद शिक्षकों से दोनों छात्रों की पढ़ाई की अवधि और गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटाई।
मदरसे के मौलाना दाऊद ने बताया कि एटीएस टीम ने छात्रों के कागजात और जन्म-तिथियों की जांच की। उन्होंने पुष्टि की कि आजाद और सोहेल नाम के छात्र वास्तव में यहां पढ़ चुके हैं। मौलाना के अनुसार, आजाद करीब तीन-चार साल पहले चला गया था, जबकि सोहेल ने पिछले साल दाखिला लिया था और 5 नवंबर को छुट्टी लेकर चला गया।
करीब 20 साल पुराना है मदरसा
मौलाना ने बताया कि यह मदरसा करीब 20 साल पुराना है और वर्तमान में यहां करीब 200 बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं। एटीएस टीम आवश्यक जानकारी जुटाने के बाद वापस लौट गई। फिलहाल, एजेंसियां संदिग्धों के नेटवर्क और संपर्कों की गहराई से जांच में जुटी हैं।
मदरसे में खुफिया विभाग की मौजूदगी के दौरान कस्बे में एटीएस टीम के आने की अफवाहें भी फैलती रहीं, जिससे स्थानीय लोगों में हलचल रही. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा और बताया कि फिलहाल पूछताछ मात्र एक नियमित प्रक्रिया है.
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
बता दें कि दिल्ली में लालकिले के पास हुए ब्लास्ट के बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने यूपी समेत कई राज्यों से संदिग्धों की गिरफ्तारी की है। दिल्ली ब्लास्ट से ठीक पहले हरियाणा के फरीदाबाद में बडी मात्रा में विस्फोटक की बरामदगी के मामले में यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले कई डॉक्टर भी गिरफ्तार हुए हैं। इनमें लखनऊ की रहने वाली और जैश की आतंकी शाहीन को भी गिरफ्तार किया गया है।

