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Maharajganj News: मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक से की शादी, मंदिर में लिए सात फेरे, सुरक्षा की लगाई गुहार

महराजगंज में मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक के साथ मंदिर में सात फेरे लिए है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी ख़बर
Post Published By: अरुण गौतम
Published:
Maharajganj News: मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक से की शादी, मंदिर में लिए सात फेरे, सुरक्षा की लगाई गुहार

महराजगंज: ज़िले के निचलौल क्षेत्र से एक प्रेम कहानी चर्चा का विषय बन गयी है, जहाँ एक मुस्लिम युवती ने अपने प्रेमी, एक हिंदू युवक से विवाह कर सामाजिक बंधनों को तोड़ते हुए प्रेम की मिसाल पेश की है। दोनों ने पहले 30 अप्रैल को कोर्ट मैरिज की और फिर बुधवार को नगर के दुर्गा मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के साथ विवाह कर लिया। मंदिर में सात फेरे लेने के साथ ही इस रिश्ते को धार्मिक मान्यता भी मिल गई।

जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक युवक ने बताया कि वह पिछले तीन वर्षों से युवती से प्रेम करता था और दोनों ने परस्पर सहमति से विवाह करने का निर्णय लिया। युवक ने कहा कि वे एक-दूसरे को अच्छे से समझते हैं और जीवनभर साथ निभाने का वादा कर चुके हैं। शादी के बाद दोनों ने पुलिस अधीक्षक, महराजगंज से मिलकर अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने प्रशासन से निवेदन किया है कि किसी भी प्रकार की सामाजिक या पारिवारिक बाधा से उन्हें बचाया जाए।

प्रशासन से भी आग्रह किया

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, वहीं युवती ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा कि उसने यह विवाह अपनी इच्छा से किया है और अब वह अपने पति के साथ सुरक्षित जीवन जीना चाहती है। युवती ने अपने परिवार के नाम संदेश देते हुए कहा, “मैं अपने फैसले से खुश हूं। कृपया हमें परेशान न करें और हमारे निर्णय का सम्मान करें।” साथ ही उसने प्रशासन से भी आग्रह किया कि स्थानीय थाना और चौकी के पुलिसकर्मी उन्हें परेशान न करें, बल्कि उन्हें सुरक्षा प्रदान करें।

सामाजिक परंपराओं को चुनौती देती है

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, यह घटना जहां एक ओर सामाजिक परंपराओं को चुनौती देती है, वहीं यह भी दर्शाती है कि प्रेम और आपसी सहमति से लिया गया फैसला किसी भी धर्म या जाति की सीमाओं को पार कर सकता है। हालांकि, ऐसे विवाह अक्सर समाज में तनाव का कारण बनते हैं, इसलिए प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार दे।

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