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Meerut Crime: मेरठ में कानूनगो लोकेंद्र कुमार राठी 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एंटी करप्शन टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक कानूनगो को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Meerut Crime: मेरठ में कानूनगो लोकेंद्र कुमार राठी 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

मेरठ: उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है। बड़े-बड़े अधिकारी मासूमों का हक छीनकर चैन की नींद सो रहे हैं। इनके इस रवैये से जनता को चुप रहकर जीना पड़ रहा है। इस बढ़ते भ्रष्टाचार को देखते हुए ही मेरठ में एसीबी टीम की कार्रवाई जारी है।

कानूनगो रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एंटी करप्शन टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक कानूनगो को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह मामला टीपी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां बुधवार को टीम ने मेरठ सदर तहसील में तैनात कानूनगो लोकेंद्र कुमार राठी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा।

पीड़ित राकेश कुमार ने दी ये जानकारी

सूत्रों के मुताबिक, आरोपी कानूनगो लोकेंद्र कुमार राठी किसान राकेश कुमार के रिश्तेदार से डोलबंदी की पैमाइश कराने के नाम पर काफी समय से रिश्वत मांग रहा था। पीड़ित राकेश कुमार ने बताया कि उसका रिश्तेदार जानी थाना क्षेत्र के पांचली गांव में रहता है और लोकेंद्र कुमार राठी उसे एक साल से बार-बार परेशान कर रहा था। आखिरकार तंग आकर राकेश ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की।

टीपी नगर थाने में आरोपी से पूछताछ

शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की योजना बनाई और ट्रैप ऑपरेशन को अंजाम दिया। जैसे ही आरोपी कानूनगो ने टीपी नगर स्थित गॉडविन कॉलोनी के पास रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी को पूछताछ के लिए टीपी नगर थाने ले जाया गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।

सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार ?

इस कार्रवाई से सरकारी दफ्तरों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती का संदेश गया है। पीड़ित किसान ने टीम का आभार जताते हुए कहा कि अब न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है और आगे की जांच जारी है। यह गिरफ्तारी न सिर्फ एक भ्रष्ट अधिकारी के पतन का संकेत है, बल्कि यह भी बताती है कि अगर आम नागरिक हिम्मत के साथ कदम उठाए तो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सफलता मिल सकती है।

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