मेरठ: मेरठ जिले के मवाना थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन संदिग्ध अपराधियों को गिरफ्तार किया है। घटना तिगरी रोड पर उस समय हुई, जब मवाना थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार और उनकी पुलिस टीम संदिग्ध वाहनों की चेकिंग करने लगी। इस दौरान काले रंग की स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर तीन लोग दिखाई दिए, जो पुलिस को देखकर अचानक भागने लगे।
आरोपियों के पास से कई चीज बरामद
पुलिस टीम ने तुरंत उनका पीछा किया और उन्हें ओवरटेक कर पकड़ लिया। पुलिस टीम ने जब इन तीनों की तलाशी ली तो इनके पास से कई खतरनाक हथियार बरामद हुए। इन आरोपियों के पास से एक 315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक 32 बोर का तमंचा और एक पल कट्टी बरामद हुई। इससे साफ पता चलता है कि ये लोग न सिर्फ कानून का उल्लंघन कर रहे थे, बल्कि किसी बड़ी वारदात की योजना भी बना रहे थे।
पुलिस पूछताछ में सामने आई ये जानकारी
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के नाम कार्तिक पुत्र महेश, आकाश उर्फ टल्ली और प्रिंस पुत्र रवि कुमार हैं। तीनों मवाना थाना क्षेत्र के गांव मुबारिकपुर के रहने वाले हैं। पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि दो दिन पहले उन्होंने गांव के किसान प्रदीप सिंह के घर पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। यह जानकारी पुलिस के लिए नई दिशा साबित हुई, क्योंकि अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन अपराधियों का मकसद सिर्फ गैंगवार या किसी अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना हो सकता है।
गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
इस घटना से यह भी पता चला कि आरोपी अपनी पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। मोटरसाइकिल और हथियारों के साथ उनकी गिरफ्तारी से साफ है कि वे किसी बड़ी योजना को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने उनके इरादों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर मवाना थाने भेज दिया और उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अब पुलिस इन अपराधियों से यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि फायरिंग के पीछे उनका क्या मकसद था और इसके पीछे और कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
बड़ी वारदात होने से टली
इसके अलावा पुलिस इस घटना के पीछे संभावित कारणों की भी जांच करेगी, जैसे कि इन अपराधियों का कोई आपराधिक नेटवर्क या निजी रंजिश तो नहीं है। इस घटना से पता चलता है कि पुलिस के लगातार चेकिंग अभियान और उनकी मुस्तैदी अपराधियों के खिलाफ अहम हथियार साबित हो सकती है। इस अभियान के दौरान पुलिस ने न केवल इन अपराधियों को पकड़ा बल्कि एक बड़ी वारदात को भी टाला, जिससे लोगों में सुरक्षा का भाव जगा।
हालांकि यह घटना एक बड़ी सफलता है, लेकिन इससे यह भी साफ पता चलता है कि समाज में अपराधी किस हद तक बेखौफ हो सकते हैं। अगर इस तरह के अपराधों में वृद्धि के कारणों पर गौर करें तो कहा जा सकता है कि आजकल छोटे-मोटे अपराधियों का एक संगठित नेटवर्क बन गया है। आर्थिक तंगी, आपराधिक मानसिकता और अवैध हथियारों की उपलब्धता इसके मुख्य कारण हो सकते हैं।
समाज को जागरूक करने की जरूरत
इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि पुलिस की तत्परता और समय पर कार्रवाई अपराधियों को कड़ा संदेश दे सकती है। इसके अलावा समाज को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि अपराधियों की गतिविधियों को पहले ही पहचाना और रोका जा सके।
आखिरकार इस घटना के बाद पुलिस अब इन अपराधियों द्वारा किए गए अन्य अपराधों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके और इससे जुड़े सभी राज उजागर किए जा सकें।

