Saifai: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सैफई महोत्सव के संस्थापक रणवीर सिंह की 23वीं पुण्यतिथि सैफई में मनाई गई। इस अवसर पर गमगीन माहौल रहा और हजारों की संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। रणवीर सिंह को याद करने के लिए सैफई के प्रमुख स्थलों पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए और मौन धारण कर उनकी स्मृति को सम्मानित किया गया।
पूर्व सांसद के पिता थे रणवीर सिंह
रणवीर सिंह यादव पूर्व सांसद और विधायक तेज प्रताप यादव के पिता थे। रणवीर सिंह का राजनीतिक और सामाजिक योगदान सैफई और आसपास के जनपदों में आज भी याद किया जाता है। उन्होंने समाजवादी विचारधारा को मजबूत करने और जनहित के कार्यों में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाई। सैफई महोत्सव की स्थापना और विकास में उनका अहम योगदान रहा, जिससे यह क्षेत्र सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
पुण्यतिथि के अवसर पर अलग-अलग जनपदों से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता सैफई पहुंचे। उन्होंने रणवीर सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और उनके योगदान को याद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रणवीर सिंह ने हमेशा गरीब और जरूरतमंदों के कल्याण के लिए काम किया और जनता के बीच सम्मान अर्जित किया।
Mainpuri: सैफई में समाजवादी नेता और सैफई महोत्सव के संस्थापक रणवीर सिंह को उनकी 23वीं पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी कार्यकर्ताओं ने गमगीन माहौल में उनके योगदान को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। रणवीर सिंह यादव, करहल विधायक तेज प्रताप यादव के पिता थे।… pic.twitter.com/rJQ0EY5NtD
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 13, 2025
कौन थे रणवीर सिंह यादव?
इटावा जनपद के छोटे से कस्बे सैफई को सांस्कृतिक पहचान दिलाने का श्रेय स्व. रणवीर सिंह यादव को जाता है। वे समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भतीजे और मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव के पिता थे। सैफई ब्लॉक के पहले प्रमुख के रूप में उन्होंने क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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सैफई महोत्सव की शुरुआत की
साल 1996 में रणवीर सिंह यादव ने पहली बार ब्लॉक स्तर पर सैफई महोत्सव की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य ग्रामीण संस्कृति, लोककला और स्थानीय प्रतिभाओं को मंच देना था। उनके इस प्रयास ने सैफई को न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में एक अलग पहचान दिलाई। केवल 36 वर्ष की उम्र में संसार से विदा लेने वाले रणवीर सिंह यादव ने सैफई को विकास और संस्कृति का प्रतीक बना दिया।
साल 2002 में उनके असामयिक निधन के बाद, तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इस महोत्सव को उनकी स्मृति को समर्पित करते हुए इसका नाम रणवीर सिंह स्मृति सैफई महोत्सव रखा। आज यह आयोजन उत्तर प्रदेश का प्रमुख सांस्कृतिक पर्व बन चुका है, जिसमें देश-विदेश के कलाकार भाग लेते हैं।

