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Maharajganj Park Theft: मनरेगा पार्क की दीवार और सरिया तोड़ने के मामले में मुकदमा दर्ज, पुलिस कर रही जांच

कोल्हुई में मनरेगा पार्क की दीवार और सरिया तोड़ने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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Maharajganj Park Theft: मनरेगा पार्क की दीवार और सरिया तोड़ने के मामले में मुकदमा दर्ज, पुलिस कर रही जांच

महराजगंज: जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले परासखांड गांव में मनरेगा के तहत बन रहे सार्वजनिक पार्क को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। इस घटना के संबंध में गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह घटना उस समय सामने आई जब परासखांड गांव में मनरेगा योजना के अंतर्गत एक सार्वजनिक पार्क का निर्माण कार्य चल रहा था। ग्राम प्रधान अनिल शुक्ला ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि गांव के ही कुछ लोगों ने निर्माणाधीन पार्क की दीवारों और पिलरों को जानबूझकर तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने पार्क में लगे लोहे के सरिया को भी उखाड़कर नुकसान पहुंचाया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ग्राम प्रधान के अनुसार जब उन्होंने उक्त लोगों को इस कार्य से रोकने का प्रयास किया तो वे लोग मारपीट पर उतारू हो गए और माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। प्रधान का यह भी आरोप है कि इस तरह की हरकतें गांव के विकास कार्यों में बाधा डालने की साजिश के तहत की जा रही हैं, ताकि मनरेगा के तहत हो रहे निर्माण कार्य को रोका जा सके और गांव के हितों को नुकसान पहुंचे।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और ग्राम प्रधान की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए गांव के ही तीन लोगों – दिनेश, सविता और दीपक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 352 (हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 351(2) (आपराधिक बल की परिभाषा), 131 (सरकारी कार्य में बाधा) एवं सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3/5 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।

इस संबंध में कोल्हुई थाना प्रभारी (एसओ) आशीष सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ जांच-पड़ताल की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, गांव में इस घटना के बाद हल्का तनाव जरूर है, लेकिन पुलिस की सक्रियता के चलते स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। ग्रामीणों ने भी मांग की है कि गांव में हो रहे विकास कार्यों में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।

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