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“वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूरे होने पर भव्य उत्सव मनाया गया। पुलिस अधिकारियों और जवानों ने एक स्वर में राष्ट्रगीत का गायन कर देशभक्ति की अद्भुत मिसाल पेश की। प्रधानमंत्री के संदेश का लाइव प्रसारण भी देखा गया। कार्यक्रम ने स्वतंत्रता संग्राम में ‘वंदे मातरम्’ की भूमिका और राष्ट्रीय एकता के महत्व को पुनः जीवंत कर दिया।
पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन
Gorakhpur: भारत के राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर गुरुवार को पुलिस लाइन जनपद गोरखपुर में राष्ट्रप्रेम और सांस्कृतिक विरासत से ओत-प्रोत एक विराट सामूहिक गायन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और जवानों ने एक स्वर में भावपूर्ण तरीके से “वंदे मातरम्” का सामूहिक गायन कर राष्ट्र की आन, बान और शान के प्रति समर्पण का संदेश दिया। यह आयोजन न केवल संगीत का स्वरूप था, बल्कि भारतीय अस्मिता, देशभक्ति और एकता की अमर गूंज का सशक्त प्रदर्शन भी रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस लाइन परिसर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के एकत्रित होने के साथ हुई, जहां वातावरण देशभक्ति के रंगों में सराबोर था। सामूहिक गायन के दौरान उपस्थित जनसमूह में अपार ऊर्जा और भावनात्मक उत्साह दिखाई दिया। सभी की आवाजें एक साथ जब “वंदे मातरम्” के स्वर में गूंजीं, तो पूरा परिसर मानो राष्ट्रभक्ति की अनुभूति से पुलकित हो उठा।
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इसी क्रम में पुलिस लाइन के व्हाइट हाउस सभागार में भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी देखा गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने गंभीरता और गौरव के साथ सुना। प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय पहचान, सांस्कृतिक चेतना और भारतीय विरासत के संरक्षण और संवर्धन के संबंध में दिए गए संदेशों ने कार्यक्रम को और भी सार्थक बना दिया।
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इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी, क्षेत्राधिकारी कैण्ट, प्रतिसार निरीक्षक सहित पुलिस विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं समस्त रैंक के पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने “वंदे मातरम्” के इतिहास, उसकी राष्ट्रीय भूमिका और स्वतंत्रता संग्राम में उसके योगदान पर प्रकाश भी डाला। उन्होंने कहा कि यह गीत केवल शब्दों का समूह नहीं, बल्कि वह ज्वाला है जिसने भारत मां के लालों को आज़ादी के लिए बलिदान देने की प्रेरणा दी।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल राष्ट्रीय एकता को मजबूत करते हैं, बल्कि कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और देश के प्रति समर्पण की भावना को और सशक्त बनाते हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।