गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मंगलवार देर रात जो हुआ, उसने शहर की कानून व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। शाहपुर थाना क्षेत्र के राधिका कॉम्प्लेक्स के सामने कुछ दबंग युवकों ने सड़क को अखाड़ा बना दिया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, सड़क पर खुलेआम गाली-गलौज, पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ की गई, लेकिन पुलिस कहीं नजर नहीं आई।
दुकानों और शटर को पहुंचाया नुकसान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह उत्पात करीब आधे घंटे तक चलता रहा। दबंग युवकों ने न सिर्फ राहगीरों को आतंकित किया, बल्कि सड़क पर ईंट-पत्थर बरसाए और दुकानों के शटर और बोर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे इलाके में अफरातफरी मच गई। लोग डर के मारे दुकानों के अंदर छिप गए। कुछ स्थानीय युवकों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह बदमाश बिना किसी डर के सड़क पर उत्पात मचा रहे हैं और राहगीरों को धमका रहे हैं।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पांच-छह युवक बाइक पर सवार होकर आते हैं और बीच सड़क पर गाड़ी खड़ी कर के उत्पात मचाना शुरू कर देते हैं। वो दुकानों पर पत्थर फेंकते भी नजर आ रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लगाया आरोप
वहीं घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक दबंग फरार हो चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू करने की बात कही है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दबंग सड़क पर आतंक मचाते रहे, पुलिस कहीं नजर नहीं आई। लोगों का आरोप है कि रात में पुलिस की गश्त सिर्फ दिखावे तक सीमित रह गई है।
दुकानदारों ने पुलिस से की ये मांग
दूसरी तरफ, दुकानदारों और स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, लेकिन पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। घटना के बाद दुकानदारों ने सामूहिक रूप से मांग की है कि दोषियों की जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए, ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।
इस बीच, सबसे अहम सवाल यह उठ रहा है कि मुख्यमंत्री के शहर में ही अगर दबंग इस कदर बेखौफ होकर आतंक मचा सकते हैं, तो राज्य के अन्य हिस्सों की क्या स्थिति होगी? सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार कानून व्यवस्था को लेकर सख्ती और जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।