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गोरखपुर: शाहपुर की गैर इरादतन हत्या में मिला न्याय,राजेश्वर शर्मा को 7 वर्ष की सजा

गोरखपुर में न्याय व्यवस्था की सख्ती एक बार फिर देखने को मिली है। वर्ष 2018 में थाना शाहपुर क्षेत्र में पंजीकृत गैर इरादतन हत्या के मामले में न्यायालय गोरखपुर ने आरोपी राजेश्वर शर्मा को दोषी पाते हुए 7 वर्ष के कठोर कारावास और 10,000 अर्थदंड की सजा सुनाई है। पढिए पूरी खबर
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गोरखपुर: शाहपुर की गैर इरादतन हत्या में मिला न्याय,राजेश्वर शर्मा को 7 वर्ष की सजा

गोरखपुर:  उत्तर प्रदेश के  गोरखपुर में न्याय व्यवस्था की सख्ती एक बार फिर देखने को मिली है। वर्ष 2018 में थाना शाहपुर क्षेत्र में पंजीकृत गैर इरादतन हत्या के मामले में मा0 न्यायालय गोरखपुर ने आरोपी राजेश्वर शर्मा को दोषी पाते हुए 7 वर्ष के कठोर कारावास और 10,000 अर्थदंड की सजा सुनाई है। यह फैसला पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित “ऑपरेशन कनविक्शन” अभियान की सफलता को दर्शाता है, जिसके तहत पुराने गंभीर अपराधों में दोषसिद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी पैरवी की जा रही है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक,  मामला थाना शाहपुर का है, जहां वर्ष 2018 में दर्ज मुकदमा संख्या 137/2018 अंतर्गत धारा 326, 304, 352, 504 भा.दं.सं. में अभियुक्त राजेश्वर शर्मा पुत्र मोहनलाल शर्मा निवासी मोहनपुरवा चौहान टोला घोसीपुरवा, थाना शाहपुर, जनपद गोरखपुर पर गैर इरादतन हत्या सहित गंभीर धाराओं में आरोप लगाया गया था। विवेचना और साक्ष्यों के आधार पर अभियोजन पक्ष ने अदालत में ठोस पैरवी की, जिसके फलस्वरूप न्यायालय एडीजे/एफटीसी-11 गोरखपुर ने अभियुक्त को दोषी मानते हुए यह निर्णय सुनाया।

मुकदमे की नियमित मॉनिटरिंग

इस सजा के पीछे थाना शाहपुर की मॉनिटरिंग सेल और पुलिस पैरोकार की तत्परता का विशेष योगदान रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में मुकदमे की नियमित मॉनिटरिंग की गई और साक्ष्य संकलन से लेकर न्यायालय में प्रभावी तर्क प्रस्तुत किए गए। अभियोजन की ओर से एडीजीसी (क्राइम)  रमेश कुमार सिंह ने इस प्रकरण में उल्लेखनीय भूमिका निभाई, जिनकी सटीक पैरवी ने अदालत को अभियुक्त की दोषसिद्धि के लिए आश्वस्त किया।

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अपराधियों को न्यायालय से सजा दिलाना

“ऑपरेशन कनविक्शन” अभियान के तहत गोरखपुर पुलिस की यह एक और बड़ी सफलता है। इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि गंभीर अपराध करने वाले किसी भी व्यक्ति को सजा से नहीं बचाया जा सकता। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  राज करन नय्यर ने कहा कि अपराधियों को न्यायालय से सजा दिलाना ही पुलिस की वास्तविक सफलता है और इस दिशा में हर मुकदमे की मॉनिटरिंग पूरी गंभीरता से की जा रही है।

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इस निर्णय से पुलिस और न्यायालय की संयुक्त कार्यप्रणाली पर जनता का भरोसा और मजबूत हुआ है। गोरखपुर पुलिस ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अपराध के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ दोषियों को सजा दिलाने तक की लड़ाई पूरी निष्ठा से लड़ी जाएगी।

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