Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के गोला तहसील सभागार में सोमवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान एक बड़ा प्रशासनिक घटनाक्रम सामने आया, जब गोला ब्लॉक के वार्ड संख्या 32 के क्षेत्र पंचायत सदस्य उदयभान ने ब्लॉक प्रशासन के मनमाने रवैये से क्षुब्ध होकर अपने पद से त्यागपत्र सौंप दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, क्षेत्र पंचायत सदस्य उदयभान पुत्र स्व. रामप्यारे, निवासी ग्राम बेलपार पाठक, न्याय पंचायत बनवारपार, ब्लॉक एवं तहसील गोला, वार्ड 32 के प्रतिनिधि हैं। समाधान दिवस के मौके पर उन्होंने अपना त्यागपत्र पत्रक उपजिलाधिकारी गोला अमित कुमार जायसवाल को सौंपते हुए कहा कि वे ब्लॉक स्तर पर लगातार हो रही अनदेखी और गैर-जिम्मेदाराना रवैये से अत्यंत दुखी हैं।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
पत्रक में उदयभान ने लिखा है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए कई बार पहल की, किंतु ब्लॉक प्रशासन ने उनके प्रयासों को कभी गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने बताया कि लंबे प्रयासों के बाद उनके क्षेत्र में एक हाईमास्ट लाइट लगाई गई थी, लेकिन वह कभी भी सही ढंग से नहीं जल सकी। इस समस्या को लेकर उन्होंने ब्लॉक प्रमुख और संबंधित अधिकारियों से कई बार बात की, किंतु समस्या जस की तस बनी रही।
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उन्होंने आगे लिखा कि इस विषय पर वह ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) गोला से भी व्यक्तिगत रूप से मिले, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। उदयभान का कहना है कि जब एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं करा पा रहा है, तो पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
बीडीसी पद से दिया इस्तीफा
क्षेत्र पंचायत सदस्य ने स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि उन्हें अपने पद की गरिमा और जनता के विश्वास का ध्यान रखते हुए यह कठिन निर्णय लेना पड़ा है। उन्होंने प्रशासन से अपने बीडीसी पद से त्यागपत्र स्वीकार करने की विनती की है।
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समाधान दिवस पर उपस्थित अधिकारियों व लोगों के बीच यह कदम चर्चा का विषय बन गया। कई ग्रामीणों ने उदयभान के निर्णय को क्षेत्र की उपेक्षा के खिलाफ एक सशक्त संदेश बताया। वहीं, प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, त्यागपत्र की जांच कर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गोला क्षेत्र में यह पहला मौका है जब किसी जनप्रतिनिधि ने समाधान दिवस के मंच से ही अपना इस्तीफा सौंपकर प्रशासनिक उदासीनता पर सवाल खड़े किए हैं। इससे क्षेत्र के अन्य पंचायत प्रतिनिधियों में भी हलचल मची हुई है।

