फतेहपुर जनपद के बकेवर थाना क्षेत्र अंतर्गत भैसौली गांव में एक अनाथ युवती के साथ अमानवीयता की हदें पार कर दी गईं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

दबंगों ने तोड़ा आशियाना
फतेहपुर : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के बकेवर थाना क्षेत्र अंतर्गत भैसौली गांव में एक अनाथ युवती के साथ अमानवीयता की हदें पार कर दी गईं। 23 वर्षीय गुड़िया, जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, अपने दो छोटे भाइयों के साथ जैसे-तैसे जीवन यापन कर रही थीं। उनका एकमात्र सहारा—एक कच्चा मकान—गांव के ही दबंगों द्वारा जबरन तोड़ दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पीड़िता गुड़िया का आरोप है कि सराफुल हसन उर्फ मुन्ना, एजाज सिद्दीकी, राकेश धोबी और रिजवाना नामक महिला ने मिलकर न केवल उसका मकान ढहा दिया, बल्कि उसके साथ अभद्रता भी की। युवती ने बताया कि दीवारें गिराने के दौरान उसे गालियां दी गईं, धक्का-मुक्की की गई और धमकी दी गई कि यदि उसने विरोध किया तो अंजाम बुरा होगा।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घटना की जानकारी पीड़िता ने तुरंत मुसाफा चौकी और बकेवर थाने को दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। गुड़िया का कहना है कि उसने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी शिकायत दर्ज कराई, फिर भी न तो चौकी और न ही थाना स्तर से कोई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचा।
गुड़िया का दर्द छलकते हुए कहता है—"हम अनाथ हैं, इसी का फायदा उठाकर दबंगों ने हमारा घर छीन लिया। अब छोटे भाइयों के साथ कहां जाऊं?"
गांव के कुछ जागरूक नागरिकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और चेतावनी दी है कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो वे जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि दबंगों की पुलिस से मिलीभगत की बातें आम हैं। गांव में चर्चा है कि "पैसे लेकर पुलिस अक्सर चुप बैठ जाती है।" इस प्रकरण में भी यही हो रहा है।
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि महिला सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही को भी कठघरे में खड़ा करती है। पीड़िता की स्थिति दयनीय है और अब सभी की निगाहें प्रशासन पर हैं कि क्या वह इस अनाथ युवती को इंसाफ दिलाएगा या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा। सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़े कई वीडिओ वायरल हो रहे हैं, जिससे जनता में भी रोष पनप रहा है।