Chandauli: जिले के नौगढ़ थाना क्षेत्र में स्थित आरक्षित वन क्षेत्र में वन विभाग की टीम पर हमला कर उन्हें बंधक बना लेने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। मझगाई रेंज के भैसौड़ा 20 बी में जब वन विभाग की टीम अवैध रूप से जोती जा रही जंगल की भूमि को रोकने पहुंची, तो दो दर्जन से अधिक महिला और पुरुष अतिक्रमणकारियों ने उन्हें घेर लिया और बंधक बना लिया।
जंगल पर कब्जे की कोशिश
वन विभाग के कर्मियों के अनुसार, रहीमुद्दीन नामक व्यक्ति पिछले कई वर्षों से आरक्षित वन भूमि पर अवैध रूप से खेती कर रहा है। बीते दिनों विभाग की ओर से चेतावनी दिए जाने के बावजूद वह लगातार जंगल की भूमि जोतता रहा। शुक्रवार को जब वन दरोगा वीरेंद्र पांडे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद अतिक्रमणकारियों ने अचानक उन्हें घेर लिया, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
घटना की सूचना मिलते ही नौगढ़ थाना प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को किसी तरह नियंत्रित करते हुए वन विभाग की टीम को मुक्त कराया। बताया जा रहा है कि घटनास्थल विशेश्वरपुर और फरसा हरदुआ गांव के समीप है, जहां लंबे समय से जंगल की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। रहीमुद्दीन और अन्य आरोपियों के खिलाफ वन दरोगा ने तहरीर दी है, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जंगल बचाने पहुंचे अफसरों को बनाया बंधक
यह पहली बार नहीं है जब अतिक्रमणकारियों ने वन विभाग की टीम पर हमला किया हो। करीब 25 दिन पूर्व भी इन्हीं क्षेत्रों में एक अन्य टीम को अतिक्रमणकारियों ने घेरकर पिटाई की थी। उस समय पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की बजाय केवल मेडिकल कराने की सलाह दी थी, जिससे सवाल उठते हैं कि क्या अतिक्रमणकारियों को स्थानीय सहयोग प्राप्त है?
दो दर्जन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ मुकदमा
लोगों में यह चर्चा गर्म है कि मझगाई और जयमोहनी रेंज में कहीं न कहीं कोई ‘मुखबिर’ वन विभाग की आंतरिक सूचनाएं बाहर पहुंचा रहा है, तभी विभाग की हर कार्रवाई पर अतिक्रमणकारी पहले से सतर्क हो जाते हैं और हमला करने में देर नहीं करते।
जयमोहनी रेंज के लहसुनियां बीट कक्ष संख्या 14 में हुई इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक आरक्षित वन भूमि को इस तरह कब्जा किया जाता रहेगा? क्या पुलिस और प्रशासन इस पर ठोस कार्रवाई करेगा या मामला एक बार फिर ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
वन विभाग ने पुलिस प्रशासन से मामले की गहन जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।