Site icon Hindi Dynamite News

गोरखपुर: उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा सस्पेंड, भरोहिया गोली कांड में लापरवाही और संलिप्तता के आरोप पर कप्तान की कार्रवाई

गोरखपुर के खजनी थाने में तैनात उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Nidhi Kushwaha
Published:
गोरखपुर: उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा सस्पेंड, भरोहिया गोली कांड में लापरवाही और संलिप्तता के आरोप पर कप्तान की कार्रवाई

गोरखपुर: गोरखपुर के खजनी थाने में तैनात उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजकरन नैय्यर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि भरोहिया गोली कांड में लापरवाही और संलिप्तता के गंभीर आरोपों के बाद कप्तान ने दरोगा पर यह कार्रवाई की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा की कार्यशैली लंबे समय से विवादों में रही थी और उनकी तैनाती वाले क्षेत्रों में चोरियों की घटनाओं में वृद्धि की शिकायतें आम थीं।

“पहले दाम, फिर काम” की छवि से बदनाम थे मिश्रा

गौरतलब है कि उपनिरीक्षक राहुल मिश्रा की छवि “पहले दाम, फिर काम” वाली रही है। स्थानीय लोगों का आरोप था कि उनकी तैनाती वाले हल्के में चोरियां और अपराध बढ़ जाते थे। खजनी थाने में थाना अध्यक्ष सदानंद सिंह के कार्यकाल के दौरान भी राहुल मिश्रा की कार्यशैली को लेकर कई शिकायतें सामने आई थीं। इन शिकायतों के बाद उन्हें हल्का-विहीन कर दिया गया था, लेकिन जनता का असंतोष कम नहीं हुआ।

भरोहिया गोली कांड बना सस्पेंशन का कारण

बता दें कि भरोहिया गोली कांड में राहुल मिश्रा की कथित लापरवाही और संलिप्तता ने मामला और गंभीर कर दिया। स्थानीय लोगों और जिला प्रशासन तक पहुंची शिकायतों के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर ने इस मामले को गंभीरता से लिया। जांच में प्रारंभिक तौर पर मिश्रा की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद SSP ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया।

जनता में दिखा आक्रोश

बताया जा रहा है कि राहुल मिश्रा की कार्यशैली से जनता पहले से ही नाराज थी। उनकी तैनाती वाले क्षेत्रों में अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने पुलिस प्रशासन की कार्य क्षमता पर सवाल खड़े किए थे। स्थानीय लोगों ने कई बार थाने और जिला प्रशासन में शिकायतें दर्ज की थीं, लेकिन कार्रवाई में देरी से जनता का भरोसा डगमगा गया। अब SSP के इस कड़े कदम से लोगों में कुछ राहत की उम्मीद जगी है।

SSP ने अपनाया सख्त रुख

वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, भरोहिया गोली कांड की गहन जांच जारी है और इस मामले में अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। SSP ने सभी पुलिसकर्मियों को चेतावनी दी है कि जनता की सुरक्षा और विश्वास उनकी प्राथमिकता है।

क्या बोले स्थानीय लोग?

खजनी के निवासियों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है, लेकिन उनका कहना है कि केवल एक सस्पेंशन से समस्या का समाधान नहीं होगा। लोगों ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन में सुधार के लिए और सख्त कदम उठाए जाएं ताकि अपराधों पर अंकुश लग सके।

Exit mobile version