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Bahraich News: तोड़-फोड़ के जोड़ पर आधारित नवाचार कार्यशाला का हुआ आयोजन, पढ़ें पूरी खबर

उत्तर प्रदेश द्वारा महाराज सिंह इंटर कॉलेज में ‘‘तोड़-फोड़ के जोड़’’ विषय पर आधारित नवाचार कार्यशाला का आयोजन किया गया।
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Bahraich News: तोड़-फोड़ के जोड़ पर आधारित नवाचार कार्यशाला का हुआ आयोजन, पढ़ें पूरी खबर

बहराइच:  आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा महाराज सिंह इंटर कॉलेज में ‘‘तोड़-फोड़ के जोड़’’ विषय पर आधारित नवाचार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराज सिंह इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संतोष शुक्ला एवं आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ के शिक्षा अधिकारी विकास उपस्थित रहे।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, कार्यक्रम के मुख्य सत्र में महाराज सिंह इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संतोष शुक्ला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान केवल एक विषय नहीं, बल्कि देखने और सोचने का एक दृष्टिकोण है। ‘‘तोड़-फोड़ के जोड़ प्रयोगशाला’’ जैसी गतिविधियाँ विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान से परे जाकर वस्तुनिष्ठ रूप से सीखने का अवसर प्रदान करती हैं। जब कोई छात्र किसी मशीन को स्वयं खोलता है, उसके पुर्जों को समझता है और फिर उसे पुनः जोड़ता है, तब वह केवल यांत्रिक प्रक्रिया नहीं सीख रहा होता, बल्कि वह विश्लेषण, समस्या समाधान, अनुशासन और रचनात्मकता जैसी जीवन उपयोगी क्षमताएँ भी विकसित कर रहा होता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स को कला की कृतियों में बदलना

आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ के शिक्षा अधिकारी विकास ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करना है जो स्थिरता और नवाचार को दर्शाता है, जिससे अप्रयोज्य सामग्री को रचनात्मक, कार्यात्मक खजानों में बदला जा सके। ‘‘कचरे से संपत्तिष् के सिद्धांत पर आधारित यह पहल जन सामान्य विशेष रूप से छात्रों और समुदायों को प्रोत्साहित करती है कि वे कचरे को कचरा न मानकर, आविष्कार के लिए कच्चा माल मानें। चाहे वह पुराने टायरों को रंगीन सीटों में बदलना हो या टूटे हुए इलेक्ट्रॉनिक्स को कला की कृतियों में बदलना हो।

पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा

यह कार्यक्रम रचनात्मकता को बढ़ावा देता है, पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देता है और समस्या समाधान कौशल को बढ़ावा देता है यह सिर्फ पुनर्नवीनीकरण नहीं है बल्कि यह पुनः विचार करना, पुनः उपयोग करना और आधुनिक दुनिया में कचरे के उपयोग के तरीकों में एक क्रांति लाना है। कबाड़ से जुगाड़ गतिविधि हेतु विद्यार्थियों को 6 समूह में बांटा गया तथा रिवर्स इंजीनियरिंग के तहत उत्कृष्ट मॉडल बनाने वाले समूह के विद्यार्थियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रमाण पत्र मेडल एवं पुरस्कार प्राप्त करके विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिल गए।

दैनिक जीवन में मशीन विषय पर ज्ञान

इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल पर ही आंचलिक विज्ञान नगरी की विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों से सुसज्जित भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी बस उपलब्ध रही जिसका अवलोकन कर विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं जन सामान्य ने दैनिक जीवन में मशीन विषय पर ज्ञान अर्जन किया तथा विज्ञान के विषय में नवीन, रोचक एवं बोधगम्य जानकारी को आत्मसात किया। कार्यशाला के दूसरे दिन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, कैसरगंज, बहराइच में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

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