रायबरेली : रायबरेली जिले के डलमऊ थाना क्षेत्र में एक बेहद चौंकाने वाला और अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने बाबा का भेष धारण कर पूजा-पाठ के नाम पर घर की महिलाओं को बेहोश किया और घर से ज़ेवरात, नकदी व बाइक लेकर फरार हो गया। यह घटना 26 मई की है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पूरा मामला कनहा गांव का है, जहां के निवासी तेज बहादुर यादव ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उसका चचेरा भाई बद्री यादव करीब 35-36 साल पहले गांव छोड़कर लापता हो गया था। वह कई वर्षों बाद अचानक 15 मई को गांव लौटा, लेकिन इस बार बाबा के वेश में। उसने खुद को “जोगी बाबा” बताते हुए गांव में घूम-घूमकर लोगों के कष्ट दूर करने की बात कहकर पूजा-पाठ शुरू कर दिया।
नकदी और सोने-चांदी के गहने लेकर फरार
घटना के दिन तेज बहादुर यादव किसी काम से बाहर गए हुए थे। उसी दौरान बाबा ने घर की महिलाओं को बहला-फुसलाकर पूजा करने के लिए तैयार कर लिया। पूजा के दौरान उसने अपने साथ लाई हुई खास अगरबत्ती जलाई, जिससे निकलते धुएं से सभी महिलाएं बेहोश हो गईं। महिलाओं के बेहोश होते ही वह घर में खड़ी पल्सर बाइक, नकदी और सोने-चांदी के गहने लेकर फरार हो गया।
अचानक बाइक लेकर लापता
जब घर के अन्य लोग लौटे तो उन्हें घटना की जानकारी मिली और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष श्याम कुमार पाल ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी बद्री यादव करीब 10 दिन तक पीड़ित के घर में रुका और फिर अचानक बाइक लेकर लापता हो गया। तंत्र-मंत्र व नशीली अगरबत्ती से बेहोश करने की बात की पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है।
फिलहाल पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश जारी है। यह घटना ग्रामीणों के लिए एक बड़ा सबक है कि अंधविश्वास के नाम पर किसी अनजान व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।