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रायबरेली बेसिक शिक्षा विभाग की निजी स्कूलों पर कार्रवाई से मचा हड़कंप

विकास खण्ड क्षेत्र सलोन में अवैध रूप से संचालित हो रहे अमान्य विद्यालयों पर शिकंजा कसते हुए उपजिलाधिकारी सलोन चन्द्र प्रकाश के नेतृत्व में खंड शिक्षा अधिकारी सुधा कुमारी वर्मा द्वारा दो स्कूलों पर कार्यवाही करते हुए सुमन कान्वेंट स्कूल लहुरेपुर को सील कर दिया गया एवम कृष्णा कॉन्वेंट स्कूल कमालगंज को सुधरने के लिए सात दिवस का अल्टीमेटम दिया गया।
Post Published By: Poonam Rajput
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रायबरेली बेसिक शिक्षा विभाग की निजी स्कूलों पर कार्रवाई से मचा हड़कंप

Raebareli: विकास खण्ड क्षेत्र सलोन में अवैध रूप से संचालित हो रहे अमान्य विद्यालयों पर शिकंजा कसते हुए उपजिलाधिकारी सलोन चन्द्र प्रकाश के नेतृत्व में खंड शिक्षा अधिकारी सुधा कुमारी वर्मा द्वारा दो स्कूलों पर कार्यवाही करते हुए सुमन कान्वेंट स्कूल लहुरेपुर को सील कर दिया गया एवम कृष्णा कॉन्वेंट स्कूल कमालगंज को सुधरने के लिए सात दिवस का अल्टीमेटम दिया गया।

डायनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विकास खण्ड सलोन क्षेत्र में अवैध रूप से अमान्य विद्यालय बीएल पब्लिक स्कूल पनाह, गुड लक पब्लिक स्कूल शांति नगर, जीआरपीएस कमालगंज मान्यता जूनियर हाइस्कूल की संचालन हाइस्कूल तक,सीके विद्यालय करहिया बाज़ार की मान्यता प्राथमिक की एवम संचालन इंटरमीडिएट तक ,सहारा पीडी स्कूल शिवाजी शिक्षा निकेतन इटारा संचालित है। अमान्य विद्यालयों एवम कक्षाओं को बंद करने हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रायबरेली के आदेशों के अनुक्रम में नोटिस निर्गत कर दी गई है।

फिर भी अगर यह विद्यालय संचालित होने की शिकायत प्राप्त हुई तो उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में विद्यालय का निरीक्षण कर बंद करने एवं सीज करने की कार्यवाही की जाएगी एवं वहां नामांकित बच्चों को निकट के परिषदीय विद्यालयों में नामांकित कराया जाएगा।

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आपको बता दें कि रायबरेली जनपद में ऐसे अनेक निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं जो की मान्यता प्राप्त नहीं है। अवैध तरीके से चल रहे इन विद्यालयों पर बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से शिकंजा कसा जाने लगा है।

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इन सभी विद्यालयों को मान्यता प्राप्त करने के लिए समय अवधि दी गई है यदि वह इस अवधि के दौरान अपनी मान्यता सिद्ध नहीं कर पाते हैं तो विभाग इन स्कूलों को बंद कर देगा। इस तरह के विद्यालयों से इसमें पढ़ने वाले नोनीहालों का भविष्य तो अंधकार में है ही साथ में यह शिक्षा की दुकान संचालित करके लोगों को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा रहे हैं।

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