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Accident in Barabanki: अज्ञात वाहन की टक्कर से दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत, गांव में मचा कोहराम

बाराबंकी जिले के देवां थाना क्षेत्र में बीती देर रात भीषण सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई। अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही हालत गंभीर हो गई। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दोनों ने दम तोड़ दिया।
Post Published By: सौम्या सिंह
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Accident in Barabanki: अज्ञात वाहन की टक्कर से दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत, गांव में मचा कोहराम

Barabanki: जिले के देवां थाना क्षेत्र में बीती देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा किसान पथ पर स्थित माती गांव के पास ओवरब्रिज के निकट हुआ, जब एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार युवकों को जोरदार टक्कर मार दी।

रक्षाबंधन के बाद लौटते वक्त हुआ हादसा

दोनों भाइयों को तत्काल पुलिस की मदद से लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। हादसे की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक युवक अंशू (36) और विजय कुमार (20) मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के सिकोहना गांव के निवासी थे। अंशू लखनऊ के अवनारी बेहटा में ट्रैक्टर चालक का काम करते थे और करीब नौ वर्षों से वहीं रह रहे थे। दो वर्ष पूर्व उन्होंने अपने छोटे भाई विजय को भी अपने साथ काम पर रख लिया था।

मोटरसाइकिल की टक्कर में दो सगे भाइयों की मौत

रक्षाबंधन पर्व पर दोनों भाई अपने गांव आए थे। बुधवार को लखनऊ वापस लौटते समय वे पहले बनवा गांव स्थित अपनी बहन के घर गए और वहीं रात गुजारी। शाम को जब वे बाइक से लखनऊ के लिए निकले, तभी माती गांव के पास यह हादसा हो गया।

लखनऊ जा रहे दो भाइयों की दर्दनाक मौत

परिजनों के अनुसार, टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों युवक दूर जा गिरे। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को तत्काल एंबुलेंस से ट्रामा सेंटर भेजा, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने रास्ते में ही उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना की खबर जैसे ही सिकोहना गांव पहुंची, वहां शोक की लहर दौड़ गई। मृतकों के घर में चीख-पुकार मच गई। अंशू की पत्नी आरती, उनके तीन छोटे बच्चे- आदित्य (8), अर्पित (6) और एक पुत्री- बेसुध हालत में हैं। आरती ने रोते हुए कहा, सुबह जब पति लखनऊ के लिए निकले, तब मैं सो रही थी। मुझे क्या पता था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात थी।

सुरेश चंद्र, मृतक के पिता ने कहा, मेरे छह बेटों में से दो अब नहीं रहे। रक्षाबंधन पर घर आए थे, किसे पता था कि यह उनकी आखिरी यात्रा होगी। यह दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

पुलिस ने अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

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