Agra: उत्तर प्रदेश की कासगंज जेल में बंद कैदी को पुलिस इलाज के लिए आगरा ले जाना भारी पड़ गया। इलाज के लिए आगरा लाया गया बंदी मेडिकल कालेज से फरार हो गया। अपराधी अपने हाथ से हथकड़ी को निकाल कर भाग गया।
22 साल का संकेत यादव मध्य प्रदेश के जबलपुर का रहने वाला था। कासगंज की पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में उसे गिरफ्तार किया था। संकेत यादव ने कासगंज जिले की एसपी अंकिता शर्मा की फोटो लगाकर उसकी आवाज में लोगों को धमकाकर वसूली की थी। एसपी ने गिरफ्तार किया था। वह जेल में बंद था। उल्टी और पेट दर्द की शिकायत के चलते वार्डन अजीत पांडेय और जयंत कुमार शुक्रवार को उसे आगरा के मेडिकल कालेज में लेकर पहुंचे थे। रात दो बजे जब दोनों वार्डन की आंख लग गई। बंदी संकेत यादव हाथ से हथकड़ी को निकाल कर फरार हो गया।
बंदी संकेत यादव को ना पाकर उसे मेडिकल कालेज में चारों ओर तलाश गया, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इस पर वार्डन के पसीने छूट गए। इलाकाई थाना को सूचना दी गई। हरकत में आई पुलिस संकेत यादव को पकड़ने के प्रयास में जुटी है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि बंदी का भागते हुए एक सीसीटीवी सामने आया है। उसकी तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
आरोपी ने व्हाट्सएप नंबर पर कासगंज जिले की एसपी अंकिता शर्मा की डीपी लगा ली थी। इसके अलावा वह लोगों को धमकाकर पैसे मांगता था। एसपी अंकिता ने उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया था। बंदी के फरार हो जाने पर जेल के उप कारापाल उमेश शर्मा की तहरीर पर बंदी समेत दोनों वार्डन जयंत कुमार और अजीत पांडेय के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैं।