Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज नैनी थानांतर्गत दादूपुर में बात की जाए तो हुसैनी कमेटी की ओर से कर्बला के बलिदानी हज़रत इमाम हुसैन व अन्य इक्हत्तर शहीदों को खेराजे अक़ीदत पेश करने के लिए बहत्तर ताबूत निकाला जा चुका है। इस दौरान जुलूस में हजारों लोगों का हुजूम देखने को मिला था। वहीं सभी अकीदतमंदों ने पूरी श्रद्धा के साथ बहत्तर ताबूत में शामिल हुए।
मंज़रकशी देखने को दूर दराज़ से अकीदतमंद
जानकारी के मुताबिक, अज़ाखाने से कर्बला तक दौड़ने के बाद ज़ुलजनाह की मंज़रकशी देखने को दूर दराज़ से अकीदतमंद जुट रहे थे। एक एक ताबूत की जियारत करने को अज़ादार बेताब नजर आ रहे थे।जुलूस में काफेली बनी असद व दौड़ने के बाद से ही जुलजनाह की मंज़रकशी भी की गई है। अरशी अकबरपूरी के निजामत में पूरे उत्साह के साथ शामिल हो गए। वहीं लोगों ने पूरे उत्साह के साथ मंजरशी का लुत्फ उठाया है।
अरशी अकबरपूरी के द्वारा इसका संचालन किया गया। ताजदार अब्बास ने मर्सीयाख्वानी तो ज़ाकिर हुसैन ने सोज़ख्वानी के ज़रीए बहत्तर शहीदों को याद करवाया गया है। इस दौरान मौलाना अली गौहर ने मजलिस को भी संबोधित कर दिया है। मौलाना ज़ीशान अली द्वारा एक ताबूत का परिचय करवाने के बाद ताबूत को बरामद किया गया है।
चमेली के फूलों को सजा कर निकाला
आखरी मजलिस को मौलाना सैय्यद ग़ुलाम अस्करी मोअय्यासादात द्वारा पूरे जोश के साथ संबोधित किया गया है। बहत्तर ताबूत के साथ ही अल जुलजनाह, हजरत अली असगर का झूला गुलाब के अलावा चमेली के फूलों को सजा कर निकाला जा चुका है।
अक़ीदतमंदों ने फूल माला चढ़ा कर मन्नत व मुरादें भी मांग लिया है।
सभी ताबूत व अन्य तब्बरुक़ात को कर्बला लाया जा चुका है। वहीं अकीदतमंदों के फूलों को सुपुर्द किया जा चुका है। इस दौरान मोहम्मद रज़ा, ताजदार अब्बास, कैफ अली, अली हुसैन, मोहम्मद अब्बास, नावेद अकबर, रेहान, नेयाज़ हुसैन, मोहम्मद अली , रिज़वान, नौशाद ,शैज़ अली, फैज़ान, ज़ायर हुसैन, इफ्तेखार हुसैन, असग़र अली, मोहम्मद रज़ा आदि शामिल रहे।
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