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महराजगंज में फर्जी शपथपत्र बनाकर पेट्रोल पंप डीलरशीप हड़पने की साजिश, जालसाजी का मुकदमा दर्ज

जनपद में जमीन मालिक के नाम से फर्जी नोटरी शपथपत्र तैयार कर पेट्रोल पंप डीलरशीप हथियाने का मामला सामने आया है। अखिलेश कुमार की शिकायत पर आरोपी सोनू कुमार रौनियार के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचना की संगीन धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
Post Published By: Rohit Goyal
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महराजगंज में फर्जी शपथपत्र बनाकर पेट्रोल पंप डीलरशीप हड़पने की साजिश, जालसाजी का मुकदमा दर्ज

Maharajganj: महराजगंज जनपद में फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है, जहां पेट्रोल पंप डीलरशीप पाने के लिए जालसाजी कर जमीन मालिक के नाम पर फर्जी शपथपत्र तैयार किया गया। मामला घुघुली थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां ग्राम बरवा खुर्द निवासी अखिलेश कुमार (उम्र 38 वर्ष, पुत्र विरेन्द्र) ने नगर पंचायत सरस्वती नगर घुघुली बुजुर्ग निवासी सोनू कुमार रौनियार (उम्र 50 वर्ष, पुत्र पशुपतिनाथ रौनियार) पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी।

अखिलेश कुमार का कहना है कि उन्होंने बरवा खुर्द, तहसील सदर स्थित आराजी सं0-22 मि. में से रकवा वर्ष 1996 में पंजीकृत बैनामा के जरिए खरीदा था। यह जमीन महराजगंज से घुघुली मेन मार्ग पर स्थित है। वर्ष 2023 में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड ने आरओ डीलरशीप हेतु विज्ञापन जारी किया। इसी क्रम में आरोपी सोनू कुमार रौनियार ने आवेदन किया और आवेदन के साथ एक जाली व कूटरचित नोटरी शपथपत्र भी प्रस्तुत कर दिया, जिसमें अखिलेश कुमार का नाम, पता और फर्जी हस्ताक्षर दर्शाए गए।

प्रार्थी ने बताया कि इस शपथपत्र से उनका कोई वास्ता नहीं है और आरोपी ने उनके हस्ताक्षर की जालसाजी कर फर्जी कागजात तैयार कराए। जब चौहद्दी संबंधी विवाद की जांच हुई, तब यह फर्जी दस्तावेज उनके सामने आया।

अखिलेश कुमार ने पहले 28 फरवरी 2025 को कोतवाली महराजगंज में तहरीर दी और फिर 03 मार्च 2025 को पुलिस अधीक्षक महराजगंज को भी प्रार्थना पत्र सौंपा, लेकिन कार्रवाई न होने पर अंततः न्यायालय में अर्जी दाखिल करनी पड़ी।

न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी सोनू कुमार रौनियार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), 420 (संपत्ति हड़पने की कोशिश), 467 (महत्वपूर्ण दस्तावेज की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी हेतु कूटरचना) और 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में पेश करना) के तहत केस पंजीकृत हुआ है।

फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि कूटरचित दस्तावेज की बरामदगी और सत्यापन की प्रक्रिया जारी है। इस मामले के उजागर होने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और लोग पेट्रोल पंप डीलरशीप जैसे संवेदनशील मामलों में बढ़ते फर्जीवाड़े को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।

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