Coronavirus: अपने ही रक्षकों के भक्षक.. आखिर क्यों?
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कालजयी रचना ‘कृष्ण की चेतावनी’ का यह अंशः “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है” आज की परिस्थितियों में तबलीगी जमात के कई धर्मांध मौलानाओं, कई अनुयाईयों पर सटीक बैठता हैं।