New Delhi: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने एक बार फिर टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचा दी है। इस बार उन्होंने अपनी नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी Macrohard लॉन्च करने का ऐलान किया है। मस्क ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि Macrohard नाम भले ही मज़ाकिया अंदाज़ में रखा गया हो, लेकिन यह प्रोजेक्ट पूरी तरह वास्तविक है और जल्द ही इसे बड़े स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा।
माइक्रोसॉफ्ट को चुनौती
मस्क के मुताबिक Macrohard का मकसद माइक्रोसॉफ्ट जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों को सीधी टक्कर देना है। उनका कहना है कि चूंकि माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां खुद हार्डवेयर नहीं बनातीं, इसलिए उनके पूरे सॉफ्टवेयर मॉडल को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से दोबारा तैयार किया जा सकता है। मस्क का यह बयान सीधे-सीधे माइक्रोसॉफ्ट को चुनौती देने जैसा माना जा रहा है, क्योंकि वर्तमान समय में माइक्रोसॉफ्ट AI इंडस्ट्री में बड़ा नाम है और OpenAI जैसी कंपनियों में उसका निवेश भी है।
Macrohard का उद्देश्य
Macrohard का मुख्य लक्ष्य एक ऐसी कंपनी बनाना है जो पूरी तरह से AI द्वारा संचालित हो। इसमें डेवलपमेंट, मैनेजमेंट और सर्विस डिलीवरी जैसे सभी काम इंसानों की बजाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एजेंट्स द्वारा किए जाएंगे। मस्क की AI कंपनी xAI का चैटबॉट Grok भी Macrohard से जुड़ा है। Grok ने एक यूज़र को जवाब देते हुए बताया कि Macrohard का उद्देश्य पूरी तरह AI-संचालित सॉफ्टवेयर कंपनी तैयार करना है, जो भविष्य में टेक इंडस्ट्री के नियम ही बदल देगी।
Join @xAI and help build a purely AI software company called Macrohard. It’s a tongue-in-cheek name, but the project is very real!
In principle, given that software companies like Microsoft do not themselves manufacture any physical hardware, it should be possible to simulate…
— Elon Musk (@elonmusk) August 22, 2025
ट्रेडमार्क और आधिकारिक पुष्टि
xAI ने 1 अगस्त को Macrohard नाम के लिए ट्रेडमार्क फाइल किया है। इसमें कई AI-आधारित सेवाओं और प्रोडक्ट्स का जिक्र किया गया है, जैसे ह्यूमन-जैसी स्पीच और टेक्स्ट जनरेट करने वाला सॉफ्टवेयर, AI चैटबॉट्स, और अन्य स्मार्ट एप्लिकेशन। यह इस बात का सबूत है कि यह कोई मज़ाक नहीं, बल्कि मस्क का गंभीर प्रोजेक्ट है।
मस्क की पुरानी सोच से जुड़ा आइडिया
Macrohard की नींव उसी विचार से जुड़ी है जिसे मस्क ने जुलाई में साझा किया था। उन्होंने उस समय कहा था कि वह एक मल्टी-एजेंट AI कंपनी बनाना चाहते हैं। इस मॉडल में सैकड़ों AI एजेंट एक साथ काम करेंगे और जटिल कार्य जैसे कोडिंग, मीडिया कंटेंट जनरेशन और वर्चुअल मशीनों में बड़े प्रोजेक्ट पूरे करेंगे। मस्क ने तब भी इसे “मैक्रो चैलेंज” और “कठिन समस्या” बताया था।
टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में हलचल
Macrohard के लॉन्च से साफ है कि मस्क एक बार फिर टेक्नोलॉजी जगत को नया मोड़ देना चाहते हैं। यह प्रोजेक्ट न केवल माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों को चुनौती देगा बल्कि AI और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के भविष्य की दिशा भी तय करेगा। मस्क का कहना है कि Macrohard पूरी तरह AI पर आधारित होगा और आने वाले समय में यह दिखाएगा कि मशीनें कैसे इंसानों के बराबर काम कर सकती हैं।