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नगर पालिका की बगल बिल्डिंग में जमा है गंदगी का अंबार, कैसे होगा रैकिंग में सुधार ?

नगर पालिका परिषद रायबरेली द्वारा सफाई अभियान को लेकर लाख दावे किये जा रहे हैं लेकिन कार्यालय के बगल की बिल्डिंग में ही गंदगी का अंबार लगा हुआ है
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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नगर पालिका की बगल बिल्डिंग में जमा है गंदगी का अंबार, कैसे होगा रैकिंग में सुधार ?

रायबरेली: स्वच्छ भारत अभियान को लेकर योगी सरकार शहर- शहर, गांव-गांव में युद्धस्तर पर काम कर रही है। लेकिन रायबरेली के शहरी क्षेत्र की बात की जाए तो यहाँ सफाई अभियान को आइना दिखाती यह एक तस्वीर ही काफी है। नगर पालिका कार्यालय के नीचे समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय के रास्ते पर जमा गंदगी का अंबार चिराग तले अंधेरा साबित हो रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार नगर पालिका में सफाई के हालात ऐसे हैं कि शहर का हार्ट कहे जाने वाले गुरु तेग बहादुर मार्किट (सुपर मार्केट) में जगह जगह पीकदान बन चुके हैं और भारत संचार निगम लि. के उपभोक्ता कार्यालय के सामने गंदगी व कचरे ने डेरा जमा लिया है। सफाई कर्मी यहाँ झांकने तक नही आते। 

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा की झूठ वाली सरकार के बड़े बड़े मंत्री और अफसर हाथ में झाड़ू लेकर सफाई अभियान के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। उन्होंने कई बार यहाँ की सफाई को लेकर नगर पालिका से कहा लेकिन यहाँ की सफाई तो छोड़िये पूरे शहर में कमोबेश यही  हाल है। रायबरेली की नगर पालिका बद से बदतर हालत में है। शहर की नालियां खराब हैं, मच्छरों को मारने के लिये फॉगिंग नही हो रही। भाजपा स्वच्छता का नारा देती है लेकिन हकीकत सबके सामने है। नगर पालिका का दफ्तर बगल में है लेकिन यहाँ के सफाई की हालत आप देख सकते हैं। 

आपको बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत सिटीजन फीडबैक लिया गया था। शहरवासी शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर 31 मार्च तक अपना फीडबैक दिए हैं। इस बार सर्वेक्षण में कचरा मुक्त शहर, वाटर प्लस व सेवन स्टार रेटिंग के अलावा सिटीजन फीडबैक के अंक अहम भूमिका निभाएंगे। राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण स्वच्छता की कसौटी पर खरा उतरना बड़ी चुनौती बना है।

इस बार रायबरेली शहर को स्वच्छता में देश में प्रथम स्थान हासिल रखने का लक्ष्य रखा गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण कराता है। साफ-सफाई के आधार पर शहर को पूरे देश में रैंकिंग तय होती है। इस बार नगर पालिका परिषद रायबरेली के अफसरों के सामने रैंकिंग को सुधारने की बड़ी चुनौती है। मार्च  माह में केंद्रीय टीम ने यहां आकर शहर की स्वच्छता की जमीनी हकीकत को परखा।

शहर में पालिका की ओर से कराए गए कार्यों के आधार पर अब तक शहर को अच्छी रैंकिंग नहीं मिली है। वर्ष 2022 में देश में शहर को 214वां व प्रदेश में 40वीं रैंक मिली थी। साल 2023 में शहर सफाई के मामले में 191वें और प्रदेश में 32वें स्थान पर था। ऐसे में रैंकिंग में सुधार करना बड़ी चुनौती बना है।

इस मामले में नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी सवर्ण सिंह का कहना है कि पिछले महीने स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आई थी। हमे उम्मीद है कि हम और भी बेहतर स्थिति में इस बार रहेंगे। नगर पालिका के बगल में गंदगी की जानकारी मिली है। सफाई करवा दी जाएगी। लेकिन आम लोगों को भी सफाई के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। यह जिम्मेदारी सबकी है कि गंदगी न फैलाएं और कूड़े कचरे को डस्टबिन में ही डालें। 

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