पटना: बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद कुछ अपराधी एक घर में घुस गये। अपराधियों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ टीम को बुलाया गया। ब्लैक वर्दीधारी कमांडों ने भी मोर्चा संभाला। पुलिस ने बिल्डिंग को घेरा और लाइव एनकाउंटर ऑपरेशन शुरू किया, जिसके कुछ देर बाद चार अपराधियों को काबू किया गया।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस एसटीएफ के जवानों ने मकान में छिपे अपराधियों को पकड़ने का खास अभियान चलाया। पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में चार बदमाशों को पकड़ने में पुलिस ने सफलता पाई।
दरअसल, पुलिस के पहुंचने पर अपराधियों ने चार राउंड फायरिंग भी की। इसके बाद पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई शुरू की तो सभी अपराधी बिल्डिंग में छिप गए।
अपराधियों को सरेंडर कराने के अभियान में पुलिस और एसटीएफ के जवानों के साथ ही ब्लैक वर्दीधारी कमांडों को भी मोर्चा पर लगाया गया। पटना में इस तरह से अपराधियों को सरेंडर कराने का अभियान लम्बे अरसे बाद देखने को मिला है जिसमें दिन दहाड़े कई थानों की पुलिस ने मोर्चा संभाला।
पटना एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के राम लखन पथ पर फायरिंग और उसके बाद अपराधियों के एक घर में घुस जाने के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने उस मकान को चारों तरह से घेर लिया, जिसके बाद पुलिस ने चार अपराधियों को गिरप्तार कर लिया।
एसएसपी अवकाश कुमार के अनुसार यह मामला जमीन विवाद से जुडा है। विग्रहपुर का रहने वाला धर्मेंद्र सिंह यादव पुराना अपराधी है। मंगलवार को धर्मेंद्र सिंह यादव अपने सहयोगियों के साथ जमीन कब्ज़ा करने पहुंचा था लेकिन पुलिस को तुरंत सूचना मिल गई। अपराधियों ने फायरिंग की। आम नागरिकों को कोई क्षति न पहुंचे इसका ध्यान रखते हुए पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
करीब एक घंटे तक यह ऑपरेशन चला है, जिन चार लोगो को पकड़ा गया है, उनका आपराधिक इतिहास का पता किया जा रहा है लेकिन जो धर्मेंद्र यादव फरार है वह पुराना अपराधी है। उसकी तलाश जारी है।