Caste Census: राहुल गांधी का बड़ा ऐलान, कहा- कांग्रेस शासित राज्यों में कराएंगे जातीय गणना, इंडिया गठबंधन के सपोर्ट पर कही ये बात
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को एक प्रेस वार्ता में बड़ा ऐलान किया। राहुल ने कहा की उनकी पार्टी कांग्रेस शासित राज्यों में जातीय गणना करायेगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधानसभा की चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्प्रेंस में बड़ा ऐलान किया। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस शासित राज्यों में जातीय जनगणना करायेगी और उसके बाद आर्थिक सर्वे भी कराया जायेगा। राहुल की प्रेस वार्ता जारी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति की सोमवार को हुई बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों में जातीय गणना कराने का फैसला लिया गया है। जातीय गणना पर पार्टी में 4 घंटे चर्चा की गई।
नई दिल्ली: राहुल गांधी बोले- जातीय गणना के बाद देश में आर्थिक सर्वे भी करायेगी कांग्रेस, सबको न्याय मिले इसके लिए जातीय गणना जरूरी#CasteCensus @RahulGandhi @INCIndia pic.twitter.com/gcWFGnfafJ
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 9, 2023
उन्होने कहा कि देश इस समय जातीय गणना चाहता है। इसलिये जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां-वहां जातीय गणना की जायेगी।
नई दिल्ली: राहुल गांधी बोले- जातीय गणना के बाद देश में आर्थिक सर्वे भी करायेगी कांग्रेस, सबको न्याय मिले इसके लिए जातीय गणना जरूरी#CasteCensus @RahulGandhi @INCIndia pic.twitter.com/gcWFGnfafJ
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 9, 2023
इस मौके पर राहुल गांधी ने उम्मीद जतायी कि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियां भी जातीय गणना के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ आएंगी। उन्होंने कहा कि एक-दो पार्टी हो सकती है, जो इस पर साथ न हों लेकिन अधिकतर पार्टियां उनको समर्थन देंगी।
नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बोले राहुल गांधी - आज देश जातीय गणना चाहता है, उम्मीद है इंडिया गठबंधन की पार्टियां इसमें कांग्रेस का साथ देंगी#CasteCensus @INCIndia @RahulGandhi pic.twitter.com/YWuoARBCbP
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 9, 2023
उन्होंने कहा कि जातीय गणना जाति और धर्म की बात नहीं है, यह गरीबी की बात है। जातीय गणना के बाद हम आर्थिक सर्वे कराएंगे, जिसके बाद कई तस्वीरें साफ हो जाएंगी।