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महराजगंज: अवैध निर्माण गिरवाने गए SDM को उग्र ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर लेकर खदेड़ा, ऐसे बची जान, जानिये पूरा मामला

कोठीभार थाना अंतर्गत में अवैध निर्माण को गिरवाने गये निचलौल एसडीएम को उग्र ग्रामीणों ने खदेड़ा। हाथों में ईंट-पत्थर लिये ग्रामीणों ने एसडीएम को दौड़ा डाला। एसडीएम ने भागते हुए किसी तरह अपनी जान बचाई। पढञिये पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज: अवैध निर्माण गिरवाने गए SDM को उग्र ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर लेकर खदेड़ा, ऐसे बची जान, जानिये पूरा मामला

महराजगंज: कोठीभार थाना अंतर्गत में सोमवार दोपहर एक अवैध निर्माण को गिरवाने गए निचलौल एसडीएम ग्रामीणों के गुस्से का शिकार बन गये। उग्र ग्रामीणों ने हाथ में ईंट-पत्थर लेकर एसडीएम निचलौल को मौके से दौड़ा डाला। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस कर्मी मूकदर्शक बने रहे। एसडीएम ने भागते-भाते गाड़ी में बैठकर  किसी तरह अपनी जान बचाई। 

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक बिना तैयारी के अवैध निर्माण गिराने जाना एसडीएम को भारी पड़ गया। अवैध निर्माण वाले मकान मालिक महिला का कहना है कि उसका मकान 70 साल पुराना मकान था, जो जर्जर हो चुका था।  उसी पर वे नया निर्माण करा रहे थे। महिला का आरोप है कि राजनीतिक कारणों से उसके मकान को अवैध बताया जा रहा है। ध्वस्त कर दिया गया है।

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ग्राम प्रधान का कहना है कि इस ग्राम में डेढ़ एकड़ की खलियान का जमीन है। जिस पर लगभग 20 लोगों का अतिक्रमण है। सिर्फ महिला को द्वेष भावना से मकान को ध्वस्त किया किया गया है अगर अतिक्रमण हटाना है तो सभी का हटाया जाना चाहिये।

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मकान ध्वस्त होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होंने निचलौल एसडीएम को घेर लिया। गुस्साये ग्रामीण गाली गलौज देने लगे और देखते ही देखते ईट चलाने लगे। एसडीएम जान बचा कर भाग खड़े हुए । 

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जब इस संबंध में एसडीएम प्रमोद कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने मकान को अवैध बताया। उनका कहना है कि मामले में  मुकदमा भी पंजीकृत है और 3 दिन पहले भी निर्माण रोका गया था लेकिन रुकने के बाद भी निर्माण जारी रहा। जिसके कारण हमें कार्यवाही कर मकान को ध्वस्त करना पड़ा।

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