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कोलकाता कांड: CM ममता ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, रख दी बेहद अहम मांग

कोलकाता रेप कांड के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और एक अहम मांग की है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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कोलकाता कांड: CM ममता ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, रख दी बेहद अहम मांग

नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या के मामले में हंगामा मचने के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक अहम चिट्ठी लिखकर बड़ी मांग की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बलात्कार के अपराधियों को सजा के साथ-साथ कड़े कानून की मांग की है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी ने इस महीने की शुरुआत में कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद यह पत्र लिखा है।

ममता ने की कड़े कानून बनाने की मांग

देश भर में बलात्कार के मामलों की नियमित घटना पर ध्यान देते हुए, सीएम ममता बनर्जी ने चिट्ठी में लिखा है कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, लगभग 90 बलात्कार के मामले प्रतिदिन होते हैं. कई मामलों में, बलात्कार पीड़ितों की हत्या भी कर दी जाती है।

मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की पॉलीग्राफ टेस्ट

सीबीआई गुरुवार को आरोपियों को सियालदह कोर्ट में पॉलीग्राफ टेस्ट और मजिस्ट्रेट के सामने बयान की अर्जी के लिए लेकर पहुंची थी। पॉलीग्राफ टेस्ट में जज और जिसका पॉलीग्राफ टेस्ट होना है, दोनों की सहमति लेना जरूरी होता है। आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए भी मामला कोर्ट में है जिस पर कल फैसला होना है।
 
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उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि, 'अपराधियों के इस प्रवृत्ति को देखना भयावह है। यह समाज और राष्ट्र के आत्मविश्वास और विवेक को झकझोरता है, इसे समाप्त करना हमारा  कर्तव्य है ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। इस तरह के गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को कड़े केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक रूप से संबोधित करने की जरूरत है जो इन नृशंस अपराधों में शामिल लोगों के लिए ऐसी सजा का प्रावधान करे जो दूसरों के लिए उदाहरण बन जाए।'

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