Site icon Hindi Dynamite News

कानपुर पुलिस हत्याकांड: जानिये, दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने कैसे अर्जित की अकूत संपत्ति और सैकड़ों बीघा जमीन

आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में फरार चल रहे दुर्दांत अपराधी विकास दुबे अवैध तरीकों से अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा। पढिये स्पेशल रिपोर्ट..
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
कानपुर पुलिस हत्याकांड: जानिये, दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने कैसे अर्जित की अकूत संपत्ति और सैकड़ों बीघा जमीन

कानपुर: आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में वांछित दुर्दांत अपराधी विकास दुबे अवैध कमाई करके अकूत संपत्ति का मालिक गया था, जो उसने अपने आपराधिक रसूख के बूते पर अर्जित की है। जानकारी में ये बात सामने आयी कि कुख्यात अपराधी को कई जगहों से मोटा पैसा मिला करता था, जिसे वह जमीन और रेसिडैंसियल प्रॉपर्टी को खरीदने में लगाता था। यूपी के कई क्षेत्रों में इस अपराधी के पास ढाई सौ वीघा से अधिक की जमीन है। पुलिस अब उसके खातों और संपत्तियों को सीज करने में जुटी हुई है।

हिस्ट्रशीटर विकास दुबे क अवैध तरीकों से सपंत्ति अर्जित करने के लिये भी जाना जाता है। इसलिये वह भूमि और संपत्ति से जुड़े मामलों में ज्यादा ही दिलचस्पी भी लेता था। अकेले कानपुर के चौबेपुर समेत आसपास स्थित बिल्हौर, शिवली, बिठूर और लखनऊ के इंदिरानगर, मकड़ीखेड़ा, काकादेव समेत कई जगहों पर उसकी कई बीघा जमीन है। उसके पास ढाई सौ से तीन सौ बीघा जमीन इन क्षेत्रों में बतायी जाती है।

इस बात का भी पता चला है कि इस दुर्दांत अपराधी को कानपुर की एक डिटर्जेंट फैक्ट्री से ही 5 लाख रूपये का महीना मिला करता था। पुलिस ने इस मामले की भी जांच शुरू कर दी है। समझा जाता है कि इसके अलावा कई अन्य छोटे-बड़े उद्योग धंधों से भी उसे इसी तरह कुछ निश्चित रकम मिलती थी। यह रकम उसकी आपराधिक रसूक के चलते वसूली रूप में दी जाती थी। 

यूपी पुलिसऔऱ एसटीएफ ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके करीबियों के बैंक खातों औऱ संपत्तियों की भी पड़ताल शुरू कर दी है। प्रशासन पहले ही इस बात की घोषणा कर चुका है कि इस अपराधी के सभी खाते अब फ्रीज कराए जाएंगे और अवैध रूप से अर्जित संपत्तियां जब्त की जाएंगी।

पुलिस द्वारा विकास दुबे के विकरु स्थित मकान को तोड़ा जा चुका है, इस मकान को भी करोड़ों रूपये की लागत से फरार चल रहे अपराधी द्वारा निर्मित किया गया था। प्रशासन द्वारा अब उसकी अन्य ज्ञात-अज्ञात संपत्तियों की जांच की जा रही है।
 

Exit mobile version