एक्शन में दिख रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, लिया ये कड़ा फैसला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने मंगलवार को हमीरपुर स्थित हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (एचपीएसएससी) को भंग कर दिया, जिसका कामकाज दिसंबर में कनिष्ठ कार्यालय सहायकों (आईटी) की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद निलंबित कर दिया गया था।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने मंगलवार को हमीरपुर स्थित हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (एचपीएसएससी) को भंग कर दिया, जिसका कामकाज दिसंबर में कनिष्ठ कार्यालय सहायकों (आईटी) की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद निलंबित कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ‘‘विभागीय जांच और सतर्कता ब्यूरो की रिपोर्ट में पिछले तीन वर्षों में अनियमितताओं का उल्लेख किया गया। प्रश्नपत्र लीक किए जा रहे थे तथा चुनिंदा लोगों को बेचे जा रहे थे, जिसके बाद राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से आयोग को भंग करने का फैसला किया है।’’
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साथ ही उन्होंने कहा कि हाल में हुई परीक्षाओं को लेकर भी शिकायतें मिली थीं। सुक्खू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उम्मीदवारों की सुविधा के लिए एचपीएसएससी द्वारा मौजूदा भर्ती प्रक्रिया को वैकल्पिक व्यवस्था या परीक्षा एजेंसी के गठन तक हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी), शिमला को सौंप दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी परीक्षाएं एचपीपीएससी द्वारा आयोजित की जाएंगी और पहले से आयोजित परीक्षाओं तथा साक्षात्कार और दस्तावेज जांच सहित घोषित या घोषित नहीं किए गए परिणामों पर आगे की कार्रवाई एचपीपीएससी द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचपीएसएससी के कर्मचारियों को ‘सरप्लस पूल’ में स्थानांतरित कर दिया गया है और उन्हें अपनी पसंद के नए विभागों में शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा।
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