नई दिल्ली: गुरुवार की सुबह जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किरेन रिजिजू को कानून और न्याय मंत्री के पद से हटाये जाने की खबर वायरल हुई वैसे ही केन्द्रीय सत्ता प्रतिष्ठान में हलचल मच गयी।
हर कोई यह जानने को उतावला हो गया कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि अचानक एक झटके में किरेन रिजिजू को राजनीतिक तौर पर हाशिये पर डाल दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार किरेन रिजिजू लगातार न्यायपालिका को लेकर सार्वजनिक मंचों पर टिप्पणियां कर रहे थे इसको लेकर समाज में अच्छा संदेश नहीं जा रहा था, एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में द बॉम्बे लॉयर्स एसोसिएशन (बीएलए) की तरफ से एक याचिका पर सुनवाई हुई थी जिसमें न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए जूडिशरीऔर कॉलेजियम सिस्टम पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू के बयान को आधार बना रिजीजू के खिलाफ याचिका दायर की गयी थी हालांकि इसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
Big Breaking on @DynamiteNews_: Arjun Ram Meghwal will be new law minister, Govt of India
— Dynamite News (@DynamiteNews_) May 18, 2023
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार केंद्र की मोदी सरकार ने बृहस्पतिवार को दो मंत्रियों के विभागों में बदलाव करते हुए किरेन रीजीजू की जगह संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया। रीजीजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का प्रभार दिया गया है।
अब तक केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे थे। मेघवाल वर्तमान में संसदीय कार्य राज्यमंत्री और संस्कृति राज्यमंत्री हैं। बयान के अनुसार, मेघवाल को उनके मौजूदा विभागों के अतिरिक्त कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है।

