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Haryana Violence: आप नेता जावेद अहमद का बड़ा बयान, बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या को आरोपों पर कही ये बात

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जावेद अहमद ने नूंह हिंसा के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा की हत्या में शामिल होने के आरोप से रविवार को इनकार किया और कहा कि वह घटना के वक्त वहां से “100 किलोमीटर दूर थे।” पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Haryana Violence: आप नेता जावेद अहमद का बड़ा बयान, बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या को आरोपों पर कही ये बात

चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जावेद अहमद ने नूंह हिंसा के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा की हत्या में शामिल होने के आरोप से रविवार को इनकार किया और कहा कि वह घटना के वक्त वहां से “100 किलोमीटर दूर थे।”

अहमद आरोपों को 'राजनीतिक दुष्प्रचार' बताते हुए कहा कि यह उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है।

‘आप’ की हरियाणा इकाई के उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने भी अहमद के खिलाफ आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनके खिलाफ 'झूठी प्राथमिकी' दर्ज की गई है।

एक वीडियो संदेश में ढांडा ने कहा, “पूरा देश जानता है कि कौन सी पार्टी दंगे भड़काती है, लोगों को लड़वाती है। पहले माहौल खराब करते हैं और फिर दूसरे दलों के नेताओं पर झूठी प्राथमिकी दर्ज कराते हैं।”

उन्होंने कहा, 'जावेद अहमद हमारी पार्टी के नेता हैं। नूंह मामले पर उनके खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज की गई है।'

वहीं अहमद ने दावा किया कि उनके पास उन टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज हैं जिन्हें उन्होंने पार किया है और 'मैंने इन्हें पुलिस को भी दिखाया है।”

गुरुग्राम जिले में सोहना से ‘आप’ नेता ने कहा, “जहां तक सवाल है कि मैं कहां था, मैं 100 किलोमीटर दूर था। मेरे जाने के तीन घंटे बाद यह घटना घटी। मैं अगले दिन एक अगस्त को वापस लौटा।”

पुलिस ने शनिवार को बताया था कि हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान सोहना में बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा पर हमला करके उसकी हत्या करने के मामले में अहमद को नामज़द किया गया है। इस हफ्ते के शुरू में नूंह में हिंसा भड़क गई थी जो बाद में राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गई थी। पुलिस ने शनिवार को दर्ज की गई प्राथमिकी में अहमद के राजनीतिक संबंध का जिक्र नहीं किया था।

नूंह में विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा पर भीड़ के हमले के बाद हिंसा भड़क गई थी जो बाद में गुरुग्राम और आसपास के इलाकों तक फैल गई थी, जिसमें दो होम गार्ड और एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई।

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