लखनऊ: करहल विधानसभा उप चुनाव में सपा को भाजपा की ओर से चुनोती देने वाले प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह यादव ने लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। सैफई परिवार के रिश्तेदार अनुजेश प्रताप सिंह इस बार उपचुनाव में 14725 वोट से पराजित हुए, परंतु भाजपा के वोट प्रतिशत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुलाकात के दौरान भाजपा प्रत्याशी ने अपनी मां और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के साथ मुख्यमंत्री को चुनाव में मिली हार के कारण बताए।
मुख्यमंत्री ने नजदीकी हार पर चिंतित न होने के लिए कहा और भरोसा दिया कि करहल और मैनपुरी के विकास के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
अखिलेश के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीट
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करहल सीट से इस्तीफा देने के बाद यहां उप चुनाव संपन्न हुआ। जिसमें सपा प्रत्याशी तेजप्रताप सिंह यादव ने भाजपा प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह को 14725 वोट से हरा दिया। हार के बाद मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह अपनी मां और पूर्व विधायक उर्मिला यादव के साथ लखनऊ पहुंचे।
जहां सबसे पहले उन्होंने पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह सहित संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद पर्यटन के साथ वह मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उप चुनाव में हार के कारण बताए।
अनुजेश बोले- कम मतदान का हुआ असर
अनुजेश ने कहा कि पार्टी के संगठन ने इस चुनाव में भरपूर मेहनत की। लेकिन कहीं न कहीं कम मतदान का असर इस परिणाम पर पड़ा। इस मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, दो साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव ने 67 हजार वोटों से जीता था। लेकिन उप चुनाव में अनुजेश और भाजपा की पूरी टीम ने जी तोड़ मेहनत कर 89 हजार वोट पाकर पार्टी का बेहतर प्रदर्शन किया।
आगामी 2027 के विधानसभा में जनता के आशीर्वाद से अवश्य ही करहल में कमल खिलेगा। इसके लिए अभी से मेहतन की जाए। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि करहल और मैनपुरी के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

