महराजगंज: प्रयागराज महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना में जिले के निचलौल तहसील क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला की भी मौत हुई थी। घटना के बाद तब महिला की पहचान नहीं हो सकी। लेकिन अब डीएनए परीक्षण के बाद शव की शिनाख्त हो सकी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक निचलौल तहसील क्षेत्र की हेवती गांव की 72 साल की बुजुर्ग महिला रमना पत्नी कैलाश भी आसपास के गांव के लोगों के साथ 25 जनवरी को ट्रेन से महाकुंभ में स्नान करने गई थी। 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ में मरने वाले 30 लोगों में बुजुर्ग महिला रमना भी शामिल थी।
घटना के बाद उनकी शिनाख्त न हो पाने के कारण फोटोग्राफ व डीएनए सैम्पलिंग को सुरक्षित रखा गया और नियमानुसार अंतिम संस्कार कराया गया था।
डीएनए जांच में पुष्टि के बाद मृतका के परिजनों को शासन द्वारा अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
डीएनए सैंपल की जांच में पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा मृतका से संबंधित कागजात जुटाकर शासन को सूचना भेजी गई है और शासन स्तर से घोषणा होने के बाद मृतका के परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।