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Asia Cup Hockey: 31 साल बाद कजाकिस्तान की धमाकेदार वापसी, क्या कर पाएगी बड़ी टीमों का सामना?

कजाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम 31 साल बाद पहली बार एशिया कप में भाग लेने के लिए भारत पहुंच गई है। येरकेबुलन द्यूसेबेकोव की कप्तानी में यह युवा टीम 29 अगस्त से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में भारत, जापान और चीन जैसे मजबूत देशों के खिलाफ खेलेगी।
Post Published By: Mrinal Pathak
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Asia Cup Hockey: 31 साल बाद कजाकिस्तान की धमाकेदार वापसी, क्या कर पाएगी बड़ी टीमों का सामना?

Rajgir: कजाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम 29 अगस्त से शुरू हो रहे एशिया कप 2025 के लिए भारत पहुंच चुकी है। यह टीम 1994 के बाद पहली बार इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही है। येरकेबुलन द्यूसेबेकोव की कप्तानी में टीम मंगलवार की रात भारत पहुंची, और यह उनका भारतीय धरती पर पहला टूर्नामेंट होगा। कजाकिस्तान ने 1994 में हिरोशिमा एशिया कप में पांचवां स्थान और उसी साल एशियाई खेलों में छठा स्थान हासिल किया था।

इन बड़ी टीमों से होगा सामना

एफआईएच विश्व रैंकिंग में कजाकिस्तान वर्तमान में 81वें स्थान पर है। इस बार उन्हें मेजबान भारत, जापान और चीन के साथ पूल ए में रखा गया है। हॉकी एशिया कप में कजाकिस्तान अपना पहला मैच 29 अगस्त को जापान के खिलाफ खेलेगी, उसके बाद 31 अगस्त को चीन से भिड़ेगी और 1 सितंबर को भारत के खिलाफ अपना आखिरी ग्रुप मैच खेलेगी। इस चुनौतीपूर्ण समूह में कड़ी मेहनत करनी होगी, लेकिन टीम पूरी तरह से तैयार है।

कप्तान द्यूसेबेकोव का आत्मविश्वास

हॉकी इंडिया द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कप्तान येरकेबुलन द्यूसेबेकोव ने कहा, “हम पहली बार भारत आने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। भारत को हॉकी का गढ़ माना जाता है और यहां खेलना हमारे लिए बेहद खास मौका है। हमारी टीम काफी युवा है और पिछले कुछ महीनों से हमने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देने और उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने की तैयारी की है। टीम में ऊर्जा और उत्साह भरपूर है।”

युवा टीम की उम्मीदें और तैयारी

कजाकिस्तान की टीम युवा खिलाड़ियों से भरी हुई है, जो हर मैच से सीखने और बेहतर प्रदर्शन करने को लेकर उत्सुक हैं। द्यूसेबेकोव ने कहा, “हम हर मैच के साथ अपने अनुभव बढ़ाना चाहते हैं और खुद को और मजबूत बनाना चाहते हैं। हम जानते हैं कि यह पूल चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसे एशिया की बेहतरीन टीमों के खिलाफ खुद को परखने का मौका भी समझते हैं।”

कजाकिस्तान का लक्ष्य

द्यूसेबेकोव ने स्वीकार किया कि हॉकी एशिया कप भारत, जापान और चीन के खिलाफ खेलना कठिन होगा, लेकिन उन्होंने इसे एक सुनहरा अवसर बताया। उनका लक्ष्य कड़ी प्रतिस्पर्धा करना, अनुशासन के साथ खेलना और इस बड़े मंच पर कजाकिस्तान का नाम रोशन करना है। यह टूर्नामेंट कजाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण वापसी है, जहां वे अपनी क्षमता दिखाने की कोशिश करेंगे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभव हासिल करेंगे।

 

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