Site icon Hindi Dynamite News

Asia cup 2025: पाकिस्तान को महंगी पड़ रही भारत से दुश्मनी, BCCI ने दिया बड़ा झटका; जानें पूरा मामला

हर दो साल में आयोजित होने वाले एशिया कप प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत इस बार हिस्सा नहीं लेगा। आखिर क्या है वजह पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
Post Published By: Jaya Pandey
Published:
Asia cup 2025: पाकिस्तान को महंगी पड़ रही भारत से दुश्मनी, BCCI ने दिया बड़ा झटका; जानें पूरा मामला

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी एशिया कप 2025 से हटने का बड़ा फैसला लिया है। हर दो साल में आयोजित होने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत इस बार हिस्सा नहीं लेगा। इस निर्णय की जानकारी एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) को भी दे दी गई है। बीसीसीआई के इस कदम का असर सिर्फ टूर्नामेंट पर ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और उसकी विश्व कप तैयारी पर भी गहराई से पड़ेगा।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, एशिया कप 2025 का आयोजन पाकिस्तान में प्रस्तावित है। हालांकि भारत ने सुरक्षा और राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए पहले ही पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। ऐसे में BCCI का टूर्नामेंट से पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला इस मुद्दे को और जटिल बना रहा है।

क्वालिफाई करने की संभावनाएं खत्म

पीसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अगले साल नीदरलैंड और बेल्जियम में होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप 2026 के लिए एक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट है। यदि पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में नहीं खेलता, या टूर्नामेंट ही नहीं होता, तो उसकी विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने की संभावनाएं लगभग खत्म हो जाएंगी।

टूर्नामेंट से खुद को अलग करने का लिया निर्णय

इस पूरे विवाद के केंद्र में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन मोहसिन नकवी भी हैं, जो इस समय एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष पद पर भी आसीन हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई मोहसिन नकवी की अध्यक्षता पर भी असहज महसूस कर रहा है और इसी कारण से उसने टूर्नामेंट से खुद को अलग करने का निर्णय लिया है।

एशिया कप के आयोजन पर संकट

बीसीसीआई के इस कदम से एशिया कप का आयोजन संकट में पड़ गया है। भारत की अनुपस्थिति न केवल टूर्नामेंट की प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रभावित करेगी, बल्कि इसके वाणिज्यिक मूल्य और प्रसारण अधिकारों पर भी नकारात्मक असर डालेगी। भारत-पाकिस्तान मुकाबले क्रिकेट प्रेमियों के बीच सबसे अधिक देखे जाने वाले मैचों में गिने जाते हैं, और ऐसे मैचों की अनुपस्थिति से दर्शकों की रुचि में भी गिरावट आ सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि एशियन क्रिकेट काउंसिल इस स्थिति से कैसे निपटती है।

Exit mobile version