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दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, पुराना लोहा पुल बंद, ट्रेनों और वाहनों की आवाजाही प्रभावित

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। जलस्तर 206.86 मीटर तक पहुंच चुका है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुराना लोहा पुल बंद कर दिया गया है, जिससे ट्रेनों और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, पुराना लोहा पुल बंद, ट्रेनों और वाहनों की आवाजाही प्रभावित

New Delhi: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। बुधवार सुबह 7 बजे तक जलस्तर 206.86 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से ऊपर है। इसका असर राजधानी के कई निचले इलाकों में देखने को मिल रहा है।

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण पुराना उस्मानपुर गांव और गढ़ी मांडू गांव के नजदीक तक पानी पहुंच गया है। खादर क्षेत्रों में जलभराव होने लगा है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने शुरू कर दिए हैं।

लोटे के पुल पर आवाजाही बंद

सबसे बड़ा असर पुराने लोहा पुल पर देखने को मिला है, जिसे प्रशासन ने मंगलवार दोपहर ही वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया था। इसके बाद, बुधवार सुबह 6:30 बजे से ट्रेन सेवाएं भी इस पुल पर बंद कर दी गईं। इस पुल के बंद होने से दिल्ली के शास्त्री पार्क पुश्ता रोड और गांधी नगर रोड पर वाहनों का भारी दबाव देखने को मिल रहा है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट करते हुए वैकल्पिक मार्गों की सलाह दी है।

ट्रैफिक डायवर्जन की जानकारी

गांधी नगर से पुरानी दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के माध्यम से जाने की सलाह दी गई है।

यमुना बाजार के पुराना हनुमान मंदिर से यमुनापार जाने वाले वाहन चालक कश्मीरी गेट और शाहदरा जीटी रोड से होकर जाएं।

दिल्ली वासियों के लिए अन्य चुनौती

एक अन्य बड़ी चुनौती पुल के नीचे स्थित गोशाला को लेकर सामने आई है। यहां करीब 400 गायों को रखा गया था, लेकिन जलस्तर बढ़ने के कारण गोशाला में पानी भर गया है। प्रशासन और गोशाला प्रबंधन ने निर्णय लिया कि गायों को पुल के अंदर छोड़ा जाए, जहां उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा और चारा भी उपलब्ध कराया जाएगा।

प्रशासन का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में गायों को सड़कों पर नहीं छोड़ा जा सकता, इसलिए उन्हें एक अस्थायी और सुरक्षित स्थान दिया गया है।

प्रशासन और पुलिस बल अलर्ट पर

पुलिस, अर्धसैनिक बलों और स्थानीय प्रशासन की टीमें हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राहत टीमें तैयार हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि आज रात से यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो सकता है, लेकिन तब तक सतर्कता बनाए रखने की अपील की गई है।

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