Site icon Hindi Dynamite News

Independence Day 2025: भाजपा ने राहुल गांधी को ‘पाकिस्तान प्रेमी’ बताया, जानें आखिर क्यों बोली इतनी बड़ी बात?

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में अनुपस्थिति को लेकर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और राहुल गांधी पर पाकिस्तान प्रेमी का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली के इंदिरा भवन में समारोह आयोजित किया और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Post Published By: Mayank Tawer
Published:
Independence Day 2025: भाजपा ने राहुल गांधी को ‘पाकिस्तान प्रेमी’ बताया, जानें आखिर क्यों बोली इतनी बड़ी बात?

New Delhi: इस साल के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देश को संबोधित किया, लेकिन कांग्रेस के राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इस पर भाजपा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी को ‘पाकिस्तान प्रेमी’ करार दिया। साथ में इसको ‘शर्मनाक व्यवहार’ भी बोला।

भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर उठाए सवाल

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस संबंध में ट्वीट किया और कांग्रेस के नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस प्रवक्ता ने अभी-अभी मेरे साथ टीवी पर बहस में पुष्टि की है कि ‘विपक्ष के नेता’ राहुल गांधी लाल किले पर 15 अगस्त के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। यह एक राष्ट्रीय उत्सव था, लेकिन दुख की बात है कि पाकिस्तान प्रेमी राहुल गांधी, मोदी विरोध में देश और सेना का विरोध कर रहे हैं! शर्मनाक व्यवहार। क्या यही संविधान और सेना का सम्मान है?” भाजपा ने राहुल गांधी के इस कदम को देश के प्रति निष्ठा की कमी और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ करार दिया और यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी “देश और सेना के खिलाफ खड़े” हैं।

कांग्रेस नेताओं ने स्वतंत्रता दिवस इंदिरा भवन में मनाया

वहीं, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली के इंदिरा भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया। यहां खड़गे ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सभी कांग्रेसियों को स्वतंत्रता सेनानियों की बलिदानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “स्वतंत्रता सत्य, समानता और भाईचारे पर आधारित राष्ट्र निर्माण की प्रतिबद्धता है। हमें अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों की वजह से यह स्वतंत्रता मिली है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम इस अनमोल विरासत के गौरव और सम्मान की रक्षा करें।”

पिछले साल का विवाद फिर उठा

यह पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी की लाल किले पर अनुपस्थिति या वहां के बैठने की व्यवस्था को लेकर विवाद हुआ हो। वर्ष 2024 के स्वतंत्रता दिवस के दौरान भी राहुल गांधी को लाल किले पर पिछली पंक्तियों में बैठाया गया था, जिससे विपक्षी नेताओं ने इसे अपमानजनक बताया। हालांकि, सरकार ने इस पर सफाई देते हुए कहा था कि ओलंपियनों को अग्रिम पंक्तियों में बैठाने के कारण यह व्यवस्था बदली गई थी।

कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को नकारा

कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों का प्रतिकार करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल विविधता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करना है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि स्वतंत्रता दिवस उनके लिए एक मूल्यवान अवसर है, जो वे अपनी पार्टी और देशवासियों के साथ मना रहे हैं, ना कि किसी एक व्यक्ति या सरकार के साथ।

Exit mobile version