दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सियासत तेज हो गई है। स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के खिलाफ नारेबाजी का वीडियो सामने आया है, जिसे विपक्ष जनता के गुस्से की आवाज बता रहा है।

Lionel Messi के साथ सीएम रेखा गुप्ता
New Delhi: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। राजधानी के एक स्टेडियम में आयोजित मैसी (Messi) से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पहुंचते ही नारेबाजी किए जाने का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में मुख्यमंत्री के खिलाफ “रेखा गुप्ता हाय हाय” के नारे लगाए जाने का दावा किया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने इसे जनता के गुस्से की आवाज बताते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला है।
सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो शेयर किया
इस वीडियो को कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। वीडियो साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि यह दिल्ली की जनता के आक्रोश की अभिव्यक्ति है और लोग अब खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे पर सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है और जनता इसका जवाब दे रही है।
संजय सिंह क्या बोले?
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि इस वीडियो को सभी प्लेटफॉर्म पर दिखाया जाना चाहिए ताकि देश देख सके कि दिल्ली की जनता सरकार के कामकाज से कितनी नाराज है। संजय सिंह ने भी बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
वहीं आम आदमी पार्टी के एक अन्य नेता सौरव भारद्वाज ने भी अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री स्टेडियम पहुंचीं तो वहां मौजूद लोगों ने नारे लगाए। उन्होंने इस नाराजगी को सीधे तौर पर दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और सरकार की नाकामी से जोड़ा। सौरव भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली के लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं और सरकार केवल बयानबाजी तक सीमित है।
प्रदूषण को लेकर विपक्षी दलों ने गंभीर आंकड़े भी सामने रखे हैं। नेताओं का कहना है कि भारत में हर साल प्रदूषण के कारण लगभग 20 लाख लोगों की मौत हो जाती है, जो बेहद चिंताजनक है। दिल्ली-एनसीआर में हालात और भी खराब बताए जा रहे हैं, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के कारण सुबह के समय धुंध की मोटी चादर छाई रहती है। कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क और हवाई यातायात भी प्रभावित हो रहा है। रात के समय भी हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुजुर्गों, बच्चों और सांस के मरीजों को खासतौर पर सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
राजनीतिक दलों का आरोप है कि सरकार प्रदूषण पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह नाकाम रही है। उनका कहना है कि न तो ठोस नीति बनाई गई और न ही जमीनी स्तर पर प्रभावी कदम उठाए गए। हालांकि इस पूरे मामले पर अभी तक सरकार या मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर प्रदूषण बड़ा मुद्दा बन गया है और आने वाले दिनों में इस पर सियासी बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।