अरुणाचल प्रदेश में हृदयविदारक मंजर, सड़क हादसे में 22 मजदूरों की मौत, हादसे की दर्दनाक कहानी 2 दिन बाद ऐसे आयी सामने

अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में चीन बॉर्डर के पास गुरुवार को एक भयानक सड़क हादसा के खबर सामने आयी है। हादसे में ट्रक में सवार सभी मजदूर काल के गाल में समा गए। इस ह्रदयविदारक घटना ने असम के कई परिवारों को झकझोर कर रख दिया है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 12 December 2025, 2:50 AM IST

Itanagar: अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में चीन बॉर्डर के पास एक दिलदहलाने वाला सड़क हादसा हो गया।  मजदूरों से भरा एक ट्रक चकलागम इलाके में मोड़ पर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। ट्रक में 23 मजदूर सवार थे, जिनमें 18 के शव बरामद हुए हैं। हादसे में 22 मजदूरों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। एक मजदूर हादसे में किसी तरह से बच गया है, जो गंभीर रूप से घायल हे, जिसका डिब्रूगढ़ में इलाज चल रहा है।

8 दिसंबर की रात को हुआ हादसा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह हादसा 8 दिसंबर को घटित हुआ बताया जा रहा है। हादसे की खबर की जानकारी गुरुवार को सामने आई। इस हादसे में एक व्यक्ति जीवित बचा था, जो घटनास्थल से दो दिन तक पैदल चलकर किसी तरह आर्मी कैंप पहुंचा और हादसे की जानकारी दी।

हादसे में घायल व्यक्ति खाई से मुश्किल से बाहर निकला और हयुलियांग-चगलगाम रोड पर पहुंचा। दो दिन तक पैदल चलकर दिसंबर की रात चिपरा GREF कैंप तक पहुंचा। यहां उसने जवानों को हादसे की जानकारी दी। इसके बाद गुरुवार सुबह आर्मी ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे वाली जगह चगलगाम से लगभग 12 किलोमीटर आगे पहाड़ी और घने जंगल वाला इलाका है। यहां बहुत ही कम आवाजाही होती है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और तुरंत राहत और बचाव का कार्य शुरू कर दिया। सूचना मिलने के बाद भारतीय सेना ने गुरुवार सुबह से बड़े स्तर पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

बचाव अभियान में जुटी रेस्क्यू टीम

अंजाव जिले के डिप्टी कमिश्नर मिलो कोजिन ने पुष्टि की कि हादसा बेहद खतरनाक पहाड़ी मोड़ पर हुआ। उन्होंने बताया कि सड़क बहुत संकरी है और कई हिस्सों में ढलान काफी ज्यादा है। मजदूर इस इलाके में चल रहे बॉर्डर रोड निर्माण कार्य के लिए जा रहे थे। हादसे के बाद आस-पास के ग्रामीणों ने सबसे पहले मौके पर पहुंचकर मदद शुरू की। बाद में पुलिस, जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन और सेना की टीमों ने रेस्क्यू शुरू किया। खाई बहुत गहरी होने के कारण बचाव मुश्किल हो रहा है। कई मजदूरों को खाई में नीचे फंसे देखा गया है जिन तक पहुंचने में समय लग रहा है।

दुर्गम इलाके के कारण नहीं हुई हादसे की जानकारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रक जिस इलाके में खाई में गिरा, वह शहर से काफी दूर दुर्गम इलाका है। पुलिस को भी हादसे की जानकारी देर से हुई, जिसके चलते पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने में वक्त लग गया। पुलिस को अब तक 18 शव मिल चुके हैं और अन्य लोगों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि इनमें से किसी के भी बचने की उम्मीद नहीं है।

हादसे में एक मात्र बचे मजदूर ने बताया हादसे की कहानी

वहीं हादसे में चमत्कारिक रूप से बचे एक घायल मजदूर बुधेश्वर दीप ने बताया कि किसी तरह सेना के कैंप पहुंचकर सेना के जवानों को हादसे की जानकारी दी। उसने बताया कि गाड़ी फिसलकर सीधे गहरी खाई में जा गिरी थी। हादसे के दौरान फोन गिर जाने के कारण किसी से संपर्क नहीं हो पाया।

मृतक मजदूरों में 19 असम के तिनसुकिया जिले के गिलापुखरी टी एस्टेट के रहने वाले बताए गए हैं। जो रोजी-रोटी की तलाश में अरुणाचल गए थे। एकमात्र जीवित बचे मजदूर के बयान के अनुसार ट्रक 8 दिसंबर की रात दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।

परिजनों में मातम

मरने वाले सभी मजदूर असम के तिनसुकिया जिले के गेलापुखुरी चाय बागान इलाके के बताए जा रहे हैं। एक ही गांव के इतने लोगों की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं मृतकों में राहुल कुमार, समीर दीप, पंकज मानकी, अजय मानकी, विजय कुमार, अभय भूमिज और रोहित मानकी की पहचान हो गई है। फिलहाल पुलिस और स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाकी शवों को निकालने की जद्दोजहद कर रहा है।

Location : 
  • Itanagar

Published : 
  • 12 December 2025, 2:50 AM IST