New Delhi: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 2025 समिट इस बार चीन के तियानजिन शहर में आयोजित की जा रही है, न कि परंपरागत रूप से राजधानी बीजिंग में। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, मेजबान शी जिनपिंग समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि इसमें शामिल हो रहे हैं। तियानजिन को समिट की मेजबानी देकर चीन ने अपने आर्थिक विकास, क्षेत्रीय संतुलन और कूटनीतिक विविधता की गहरी रणनीति का संकेत दिया है।
बीजिंग की जगह तियानजिन क्यों?
जबकि आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय समिट किसी देश की राजधानी में आयोजित होती हैं, चीन ने इस बार बीजिंग को छोड़कर तियानजिन को चुना। यह निर्णय महज एक लॉजिस्टिक फैसला नहीं, बल्कि चीन की कूटनीतिक सोच और आंतरिक विकास मॉडल का प्रतीक है।
तियानजिन उभरता हुआ वैश्विक शहर
तियानजिन, चीन का तीसरा सबसे बड़ा शहर है जिसकी जनसंख्या लगभग 1.5 करोड़ है। यह शहर उत्तर चीन का समुद्री द्वार कहलाता है और यहाँ का बंदरगाह देश के सबसे व्यस्त पोर्ट्स में शामिल है। तियानजिन का भूगोल, लॉजिस्टिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्थिक कनेक्टिविटी इसे SCO जैसे आयोजनों के लिए आदर्श बनाते हैं।
लॉजिस्टिक और सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त
बीजिंग एक अत्यधिक व्यस्त महानगर है जहां सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण बड़े आयोजन के दौरान चुनौती बन जाता है। वहीं तियानजिन में उन्नत एक्सपो सेंटर, नए होटल्स, हवाई और समुद्री संपर्क की बेहतरीन व्यवस्था है, जो SCO समिट जैसे बहुपक्षीय आयोजन के लिए आदर्श मानी जाती है।
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बीजिंग-तियानजिन-हेबेई योजना को वैश्विक मंच पर लाना
राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी योजना जिंग-जिन-जी रीजनल इंटीग्रेशन के तहत बीजिंग, तियानजिन और हेबेई को एक मजबूत वैश्विक शक्ति केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। तियानजिन को SCO समिट दिलाना इस योजना को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने का प्रयास भी है।
SCO के लिए तियानजिन क्यों महत्वपूर्ण?
1. अर्थव्यवस्था और तकनीक का हब
तियानजिन की GDP 2023 तक 1.6 ट्रिलियन युआन को पार कर चुकी थी। यह शहर हाई-टेक इंडस्ट्री, एयरोस्पेस, AI और ग्रीन एनर्जी वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी है। SCO देशों के लिए यह व्यापारिक संभावनाओं का वास्तविक नमूना प्रस्तुत करता है।
2. विदेशी निवेश और ओपनिंग-अप ज़ोन
तियानजिन का Binhai New Area चीन का प्रमुख पायलट ज़ोन फॉर ओपनिंग-अप है। यहां पर विदेशी निवेशकों के लिए विशेष सुविधाएं और नीतियां लागू हैं। यह क्षेत्र SCO भागीदारों के लिए प्रत्यक्ष निवेश और शोध के अवसर भी प्रदान करता है।
बीजिंग से अलग एक अनुभव
तियानजिन में यूरोपीय वास्तुकला, तियानजिन आई (फेरिस व्हील) और आधुनिक चीनी संस्कृति का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है। समिट में शामिल प्रतिनिधियों को चीन की राजनीतिक राजधानी से हटकर एक सांस्कृतिक राजधानी के दर्शन होंगे।
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव और व्यापार नेटवर्क
तियानजिन, चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से गहराई से जुड़ा है। इसके फ्री ट्रेड ज़ोन और लॉजिस्टिक नेटवर्क SCO देशों के साथ व्यापारिक सहयोग को और मज़बूत बना सकते हैं। यह स्थान SCO के सदस्य देशों को बाहरी व्यापार, बंदरगाह आधारित उद्योग और परिवहन के वास्तविक मॉडल से परिचित कराता है।
चीन का आधिकारिक रुख क्या है?
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, तियानजिन एक तकनीकी, आर्थिक और क्षेत्रीय विकास का अगुवा शहर है। यह साझा विकास और आपसी लाभ की SCO भावना को सबसे बेहतर तरीके से दर्शाता है। राज्य परिषद ने यह स्पष्ट किया कि यह आयोजन सिर्फ सुविधाओं के लिहाज से नहीं, बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से तियानजिन के लिए तय किया गया है।
चीन की “तिहरी रणनीति” क्या है?
1. कूटनीतिक विविधता
बीजिंग को ओवर-एक्सपोज़ मानते हुए चीन अब अन्य शहरों को भी वैश्विक मंचों की मेजबानी में सामने लाना चाहता है।
2. आर्थिक ब्रांडिंग
तियानजिन को SCO प्रतिनिधियों को दिखाकर चीन अपने विकास मॉडल के विविध संस्करण खासकर समुद्री और औद्योगिक को पेश कर रहा है।
3. राष्ट्रीय एकीकरण और क्षेत्रीय विकास
जिंग-जिन-जी योजना को SCO समिट के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय ध्यान में लाना इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य है।

