New Delhi: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज अलास्का के एंकरेज शहर में आमने-सामने होंगे। ये मुलाकात स्थानीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार शनिवार रात करीब 1:00 बजे) होगी। ट्रंप का कहना है कि पुतिन शायद यूक्रेन युद्ध खत्म करने का मन बना चुके हैं, लेकिन उन्होंने ये भी साफ किया कि इस मीटिंग के फेल होने की 25% संभावना है। ट्रंप ने इशारा दिया है कि अगर आज की मुलाकात ठीक-ठाक रही, तो वो पुतिन और जेलेंस्की की दूसरी मीटिंग ‘तुरंत’ कराने की कोशिश करेंगे। लेकिन अगर माहौल बिगड़ा, तो ट्रंप के शब्दों में ‘मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा और निकल जाऊंगा।’
एयरफोर्स वन में रूस और यूक्रेन के भूमि की अदलाबदली पर एकमत न होने के विषय में ट्रंप से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं केवल यूक्रेन पर वार्ता के लिए नहीं जा रहा हूं बल्कि पुतिन के साथ कई मुद्दों पर बात करने के लिए जा रहा हूं।
ट्रंप ने पुतिन को स्मार्ट व्यक्ति बताया। कहा, हम दोनों के बीच सम्मानजनक रिश्ता है। ट्रंप ने पुतिन के कारोबारियों को साथ लेकर अलास्का आने के कदम का स्वागत किया है। लेकिन यह भी कहा कि यूक्रेन युद्ध खत्म होने से पहले हम व्यापार नहीं कर सकते हैं।
प्रशांत महासागर और आर्कटिक महासागर के मिलाप वाले समुद्री हिस्से के किनारे पर स्थित अलास्का बर्फीला इलाका है और यह रूस की पश्चिमी सीमा से महज 88 किलोमीटर दूर है। इस समुद्री भाग में स्थित रूसी द्वीप बिग डायोमेड और अमेरिकी द्वीप लिटिल डायोमेड के बीच की दूरी तो महज 3.8 किलोमीटर है।
बैठक के लिए अलास्का को ही क्यों चुना गया?
अलास्का में जहां पर डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन की बैठक होनी है, वह अमेरिका का जॉइंट बेस एल्मेनडॉर्फ रिचर्डसन है। यह क्षेत्र अलास्का के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर एंकरेज के उत्तरी कोने में है।
विश्लेषकों का कहना है कि रूस और अमेरिका की तरफ से बैठक के लिए अलास्का को चुना जाना कूटनीतिक फैसला है। दरअसल, अलास्का और रूस के बीच दूरी महज 88 किलोमीटर की है। बीच में सिर्फ बेरिंग सागर का दायरा है। ऐसे में रूस आराम से समुद्र पार कर अलास्का में बैठक के लिए पहुंच सकता है।