Putin India Visit: जानिये 15 साल पहले कैसे थे भारत-रूस के रिश्ते, देखिये तब क्या बोले थे पीएम मनमोहन सिंह

रूस के राष्ट्रपति पुतिन की दिल्ली पहुंचे चुके हैं। पुतिन की इस भारत यात्रा पर पूरे विश्व की नजरें है। पुतिन की इस यात्रा के बीच इस रिपोर्ट में पढ़ें 15 साल पहले कैसे थे भारत और रूस के रिश्ते

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 4 December 2025, 8:14 PM IST
Putin India Visit: जानिये 15 साल पहले कैसे थे भारत-रूस के रिश्ते, देखिये तब क्या बोले थे पीएम मनमोहन सिंह

पुतिन का पीएम मोदी ने किया स्वागत

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अबसे थोड़ी देर दिल्ली पहुंच चुके हैं। पुतिन का विमान पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर पुतीन की अगवानी की। पुतिन के इस दौरे से भारत-रुस के रिश्तों को और मजबूती और नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है। हालांकि पारंपरिक तौर पर भारत और रुस के रिश्ते हमेशा ही बेहद मधुर और मजबूत रहे हैं।

पुतिन के इस दौरे के बीच डाइनामाइट न्यूज़ आपको बता रहा है कि डेढ़ दशक पहले भारत और रूस के रिश्ते कैसे थे और तब 14वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये मास्को पहुंचे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दोनों देशों के रिश्तों को लेकर क्या कहा था?

दरअसल, 27 अक्टूबर 2013 को रूस की राजधानी मास्को में 14वां भारत-रूस शिखर सम्मेलन हुआ था और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह रुस पहुंचे थे। खास बात यह कि इस शिखर सम्मेलन को कवर करने के वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश भी डीडी न्यूज़ के वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर मास्को पहुंचे थे। मनोज ने तब सीधे मास्को से देशवासियों को इस सम्मेलन और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों की जीवंत (Live) जानकारी दी थी। मनोज आज डाइनामाइट न्यूज़ के फाइंडर और एडिटर-इन-चीफ है।

शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रूस और भारत के रिश्तों को बेहद मजबूत बताया। उन्होंने रूस को भारत का निकटतम मित्र बताते हुए कहा कि इस शिखर सम्मेलन से दोनों देशों के व्यापारिक और सामरिक हितों को नई ऊंचाई मिली। दोनों देशों ने तब कई मोर्चों पर अहम समझौते किये।

देश में सरकार किसी भी दल की रही हो और प्रधानमंत्री कोई भी रहा हो, भारत और रूस राजनीति से ऊपर उठखर पारंपरिक तौर हमेशा एक दूसरे के करीबी साझेदार रहे हैं। पुतिन के मौजूदा भारत दौरे से भी यह उम्मीद जतायी जा रही है कि उनकी इस विजिट से एक बार फिर भारत और रूस के रिश्तों ने नई गर्माहट देखने को मिलेगी।

पुतिन की यह भारत यात्रा ठीक ऐसे समय पर हो रही है, जब विश्व भर ट्रंप टैरिफ, रुस-यूक्रेन युद्ध, तेल कारोबार, पाकिस्तान-अफगानिस्तान के दिनों-दिन खराब होते संबंध जैसे कई मामले विश्वभर में छाये हुए हैं। इसके अलावा भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद पुतिन की यात्रा हो रही है। ऐसे में उनकी यह यात्रा पर विश्व समुदाय की नजरें टिकी हुईं हैं।

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अबसे थोड़ी देर दिल्ली पहुंच चुके हैं। पुतिन का विमान पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर पुतीन की अगवानी की। पुतिन के इस दौरे से भारत-रुस के रिश्तों को और मजबूती और नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है। हालांकि पारंपरिक तौर पर भारत और रुस के रिश्ते हमेशा ही बेहद मधुर और मजबूत रहे हैं।

पुतिन के इस दौरे के बीच डाइनामाइट न्यूज़ आपको बता रहा है कि डेढ़ दशक पहले भारत और रूस के रिश्ते कैसे थे और तब 14वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये मास्को पहुंचे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दोनों देशों के रिश्तों को लेकर क्या कहा था?

दरअसल, 27 अक्टूबर 2013 को रूस की राजधानी मास्को में 14वां भारत-रूस शिखर सम्मेलन हुआ था और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह रुस पहुंचे थे। खास बात यह कि इस शिखर सम्मेलन को कवर करने के वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश भी डीडी न्यूज़ के वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर मास्को पहुंचे थे। मनोज ने तब सीधे मास्को से देशवासियों को इस सम्मेलन और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों की जीवंत (Live) जानकारी दी थी। मनोज आज डाइनामाइट न्यूज़ के फाइंडर और एडिटर-इन-चीफ है।

शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रूस और भारत के रिश्तों को बेहद मजबूत बताया। उन्होंने रूस को भारत का निकटतम मित्र बताते हुए कहा कि इस शिखर सम्मेलन से दोनों देशों के व्यापारिक और सामरिक हितों को नई ऊंचाई मिली। दोनों देशों ने तब कई मोर्चों पर अहम समझौते किये।

देश में सरकार किसी भी दल की रही हो और प्रधानमंत्री कोई भी रहा हो, भारत और रूस राजनीति से ऊपर उठखर पारंपरिक तौर हमेशा एक दूसरे के करीबी साझेदार रहे हैं। पुतिन के मौजूदा भारत दौरे से भी यह उम्मीद जतायी जा रही है कि उनकी इस विजिट से एक बार फिर भारत और रूस के रिश्तों ने नई गर्माहट देखने को मिलेगी।

पुतिन की यह भारत यात्रा ठीक ऐसे समय पर हो रही है, जब विश्व भर ट्रंप टैरिफ, रुस-यूक्रेन युद्ध, तेल कारोबार, पाकिस्तान-अफगानिस्तान के दिनों-दिन खराब होते संबंध जैसे कई मामले विश्वभर में छाये हुए हैं। इसके अलावा भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद पुतिन की यात्रा हो रही है। ऐसे में उनकी यह यात्रा पर विश्व समुदाय की नजरें टिकी हुईं हैं।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 4 December 2025, 8:14 PM IST